नई दिल्ली,
यूपी के अमरोहा का बताकर सोशल मीडिया पर एक विचलित कर देने वाला वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें किसी सड़क पर एक आदमी, अपने पैरों से एक लड़की का गला घोंटते हुए देखा जा सकता है. आसपास खड़े लोग लड़की को बचाने की कोशिश कर रहे हैं और आखिर में वो लड़की को छुड़ा लेते हैं. बाद में सड़क पर लेटी लड़की बेसुध सी दिखती है. वीडियो के साथ कहा जा रहा है कि अमरोहा में एक मुस्लिम ने हिंदू लड़की को मारने की कोशिश की, क्योंकि उसने लड़के के प्रपोज करने पर उसे मना कर दिया.
वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा है, “अमरोहा यूपी ….फिर एक जिहादी ने एक हिन्दू लड़की को मना करने पर अपना शिकार बनाने की कोशिश की”. इस दावे के साथ वीडियो को फेसबुक और एक्स पर शेयर किया जा रहा है. वायरल पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है. फैक्ट चेक ने पाया कि ये घटना हाल ही में उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में हुई थी. लेकिन इसमें आरोपी और पीड़ित दोनों हिंदू समुदाय से हैं.
कैसे पता की सच्चाई?
वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें इस मामले से संबंधित कई खबरें मिलीं. जागरण की 6 जनवरी की खबर में बताया गया है कि ये अमरोहा के गजरौला थाना क्षेत्र का एकतरफा प्यार का मामला है. खबर के मुताबिक, गजरौला में एक छात्रा कॉलेज से घर जा रही थी. इसी दौरान छात्रा के गांव के ही रहने वाले राहुल नाम के एक युवक ने उसे रोक लिया. दोनों के बीच कुछ बातचीत होने के बाद लड़के ने छात्रा को धक्का देकर स्कूटी से गिरा दिया. फिर मफलर से उसका गला घोंटने का प्रयास किया. छात्रा को राहगीरों ने बचाकर अस्पताल में भर्ती कराया.
आजतक ने भी इस मामले के बारे में खबर छापी है जिसमें बताया गया है कि युवती की राहुल से दोस्ती थी. राहुल ने हाल ही में लड़की को किसी दूसरे लड़के से बात करते देख लिया था, जिससे वो नाराज हो गया. मामले को लेकर हमने गजरौला थाने के प्रभारी निरीक्षक सनोज प्रताप सिंह से बात की. उन्होंने हमें बताया कि इस मामले में युवक और युवती दोनों हिंदू हैं और एक ही गांव, एक ही बिरादरी के हैं. घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है. इस मामले पर अमरोहा पुलिस ने एक प्रेस रिलीज भी जारी की है जिसमें आरोपी राहुल के पिता का नाम धर्मवीर बताया गया है. हमारी जांच में ये बात स्पष्ट हो जाती है कि वीडियो के साथ झूठा सांप्रदायिक दावा किया जा रहा है.