पटना,
बिहार में बीते तीन सप्ताह से चल रहे बीपीएससी अभ्यर्थियों प्रदर्शन में नया मोड़ आया है. अभ्यर्थियों की मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठे प्रशांत किशोर इसे खत्म करने जा रहे हैं. वे 2 जनवरी से पटना में आमरण अनशन पर बैठे थे. हालांकि बिहार सरकार या बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने अभी तक कोई मांग नहीं मानी है.
दरअसल, पटना में BPSC 70वीं प्रतियोगी प्रारंभिक परीक्षा री-एग्जाम और बहाली परीक्षाओं में गड़बड़ी की जांच को लेकर छात्रों का प्रदर्शन जारी है. जन सुराज पार्टी के संस्थापक बीपीएससी अभ्यर्थियों का सपोर्ट कर रहे हैं. प्रशांत किशोर 2 जनवरी से अनशन पर बैठे हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, वे कल यानी 16 जनवरी 2025 दोपहर 12 बजे अपना अनशन तोड़ेंगे.
बताया जा रहा है कि अनशन की वजह से प्रशांत किशोर की तबियत बिगड़ने के बाद यह फैसला लिया गया है. हाल ही में उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. ऐसे में राज्यपाल और जन सुराज पार्टी के प्रतिनिधि के बीच हुई बातचीत के बाद यह फैसला लिया गया है. हालांकि बताया जा रहा है कि प्रशांत किशोर को मरीन ड्राइव के पास कैंप लगाने की परमिशन मिल गई है और कैंप लगाने का काम शुरू हो गया है.
ये हैं छात्रों की मांगें
बीपीएससी 70वीं संयुक्त प्रतियोगी प्रारंभिक परीक्षा (BPSC 70th PT Exam) 13 दिसंबर 2024 को आयोजित की गई थी. परीक्षा के दिन से अभ्यर्थी द्वारा अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए परीक्षा रद्द करने की मांग की जा रही है. अभ्यर्थी परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाकर इसे रद्द करके फिर से कराने की मांग कर रहे हैं.
बता दें कि बिहार में बीपीएससी 70वीं प्रारंभिक परीक्षा विवाद के बीच 4 जनवरी को 12 हजार अभ्यर्थियों के लिए री-एग्जाम आयोजित हुआ. करीब 12 हजार अभ्यर्थियों के लिए 22 एग्जाम सेंटर पर री-एग्जाम संपन्न हुआ. अब आयोग जल्द ही प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम घोषित करने की तैयारी कर रहा है.