नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार जितेंद्र सिंह शंटी ने ‘पिंक एंबुलेंस’ का वादा किया। उन्होंने कहा है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में शाहदरा से विधायक चुने जाने पर वह इस क्षेत्र को महिला निवासियों के लिए और बेहतर बनाने के वास्ते ‘पिंक एंबुलेंस ‘, कामकाजी महिलाओं के लिए हॉस्टल और उनके बच्चों के लिए ‘क्रेच’ जैसी सुविधाएं शुरू करने की योजना पर काम कर रहे हैं। शंटी ने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए औपचारिक त्वरित प्रतिक्रिया टीम (क्यूआरटी) और इलाके की संकरी गलियों में आपात स्थिति से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन टीम की स्थापना भी उनकी प्रमुख योजनाओं में शामिल है।
कोविड-19 महामारी के दौरान अपने काम के चलते लोगों के बीच ‘एंबुलेंस मैन’ के रूप में लोकप्रिय शंटी ने कहा कि शाहदरा के लोगों की सेवा और महिलाओं की जरूरतों को पूरा करना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा, ‘अगर विधायक निर्वाचित हुआ, तो मैं समाज कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं के पूरा करूंगा। कामकाजी महिलाओं, अकेली माताओं और बाहर से आई महिला पेशेवरों के जीवन को आसान और सुरक्षित बनाना मेरी प्राथमिकता होगी।’
क्रेच की सुविधा का वादा
शंटी ने कहा, ‘इस क्षेत्र में बाहर से आने वाली कई ऐसी महिला पेशेवर हैं, जिन्हें सुरक्षित और किफायती आवास की जरूरत है। उनके बच्चों के लिए क्रेच भी आवश्यक हैं। खासकर अकेली माताओं को चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि उन्हें अपने बच्चों को अकेला छोड़कर काम पर जाना पड़ता है।’ ‘आप’ नेता ने कहा, ‘मैं ‘एंबुलेंस मैन’ के रूप में मशहूर हूं, इसलिए क्षेत्र में ‘पिंक एंबुलेंस ‘ की भी व्यवस्था करना चाहता हूं, जो पूरी तरह से महिलाओं के लिए होगी, जिसकी चालक भी महिला ही होगी।’ शाहदरा में शंटी का मुकाबला बीजेपी के उम्मीदवार संजय गोयल और कांग्रेस प्रत्याशी जगत सिंह से है।
महिलाओं के लिए आपदा प्रबंधन टीम
शंटी ने कहा, ‘दिल्ली पुलिस की मदद से मैं उत्पीड़न, घरेलू हिंसा और घर के अंदर-बाहर महिलाओं के सामने पेश आने वाले अन्य मुद्दों से निपटने के लिए एक त्वरित प्रतिक्रिया टीम (क्यूआरटी) भी स्थापित करना चाहता हूं।’ उन्होंने इलाके की संकरी गलियों में आपात स्थितियों से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन टीम के गठन पर भी जोर दिया। शंटी ने कहा, ‘शाहदरा की तंग गलियों में कई हादसे हो चुके हैं। गलियां इतनी संकरी और भीड़भाड़ वाली हैं कि एंबुलेंस और दमकल की गाड़ियां भी नहीं घुस सकतीं। मैं एक आपदा प्रबंधन टीम गठित करना चाहता हूं, जो ऐसी स्थितियों पर प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया कर सके।’