भोपाल।
अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा समारोह -2025 के वृहद आयोजन में मातृभाषा मंच भोपाल द्वारा सुभाष मैदान शक्तिनगर पर आयोजित एक शानदार कार्यक्रम में 17 भाषाई समाज के साथ अपने समृद्ध धरोहर और संस्कृति को समाहित करते हुए उत्तर प्रदेश सांस्कृतिक परिषद बीएचईएल भोपाल की मातृशक्तियों व बालिकाओं द्वारा लोक नृत्य के रुप में पूर्वी-अवधी-भोजपुरी बोलियों पर केंद्रित कजरी, झूमर,सोहर, गीतों का समेकित प्रस्तुति दिया गया।
ऐसा माना जाता हैं कि संस्कृति, भाषा, बोली, परंपरा, तीज- त्योहार ही किसी राष्ट्र को समृद्धता प्रदान करने में सबसे अधिक सहायक होते है, यदि बोलियों के बारे में बात करें तो एक कहावत बहुत ही प्रचलित है “कोस-कोस पर पानी बदले, चार कोस पर बानी” इसका मतलब है कि भारत में हर कोस की दूरी पर पानी का स्वाद बदल जाता है और चार कोस पर भाषा भी बदल जाती है. यह कहावत मातृभाषा के महत्व को समझाने सटीक है। शायद यही वजह हैं भाषा के साथ साथ कला एवं साहित्य में भारत दुनिया का सबसे समृद्ध देश है।यदि अवधी की बात करें तो अवध शब्द के अत्यधिक विस्तारित होने के फलस्वरूप अवधी का प्रचलन बढ़ा तथा भोजपुरी के बारे में ये माना गया हैं कि भोजपुरी बोली में अत्यधिक मिठास की वजह से इसको बोलने वाले लोग बहुत ही विनम्र होते हैं।
प्रस्तुतीकरण का उपस्थित जनसैलाब द्वारा काफी सराहना की गई। उत्तर प्रदेश सांस्कृतिक परिषद के सचिव चंदन सिंह ने बताया कि रोमा सिंह , सौम्या मौर्या, संगीता मौर्या, मंजू मौर्या, रितु पाण्डेय, सारिका श्रीवास्तव एवं बच्चों श्वेता प्रजापति, आरोही सिंह, अनु प्रजापति, आराध्या श्रीवास्तव, अंजली विश्वकर्मा व शांभवी सिंह ने प्रस्तुति दी. कार्यक्रम की कोरियोग्राफी रोमा सिंह के द्वारा किया गया।
मातृभाषा मंच द्वारा कार्यक्रम समापन समारोह में प्रतिभागियों को प्रतिभागिता प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया इस दौरान उत्तर प्रदेश सांस्कृतिक परिषद से कोषाध्यक्ष धनंजय तिवारी प्रचार सचिव सुनील विश्वकर्मा, अभिमन्यु पाण्डे, मनोरंजन कुमार, विनोद मौर्या, रामजनक मौर्या, मनोज श्रीवास्तव बृजेश मौर्या की उपस्थिति रही। उत्तर प्रदेश सांस्कृतिक परिषद के संरक्षक दिनेश त्रिपाठी एवं अध्यक्ष राम प्रताप मौर्य ने कार्यक्रम की भरपूर प्रशंसा की, परिषद के पदाधिकारी रामनारायण गिरी, रंजीत सिंह, अनिल मौर्या, रजनीकांत चौबे, लवकुश मौर्या, रमेश सिंह, विनय सिंह, संदीप राय,शमशुल हक, प्रदुम्न प्रजापति, संजय गुप्ता, जगतनायण सिंह शानदार प्रस्तुति के लिए शुभकामनाएं प्रदान की, मातृभाषा मंच से अमिताभ सक्सेना , विनोद , हरीश , अर्पित जोशी, सतेंद्र कुमार से भरपूर सहयोग मिला।