रायपुर
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में अवैध रूप से रह रहे तीन बांग्लादेशी नागरिकों को एंटी टेररिज्म स्क्वाड ने गिरफ्तार किया है। एटीएस की टीम ने लोकल पुलिस के साथ मिलकर यह कार्रवाई की है। तीनों आरोपियों के पास से टीम को फर्जी दस्तावेज मिले हैं। जानकारी के अनुसार, तीनों लोग फर्जी दस्तावेज बनाकर रायपुर में रह रहे थे। यह तीनों सगे भाई हैं। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मोहम्मद इस्माइल, शेख अकबर और शेख साजन के रूप में हुई है। तीनों रायपुर के टिकरापारा के मिश्रा बाड़ा, ताजनगर में रहते थे। गिरफ्तारी के बाद तीनों को कोर्ट में पेश किया गया है।
इराक भागने की फिराक में थे
पुलिस के अनुसार, तीनों संदिग्ध सगे भाई है। तीनों के पास से फर्जी दस्तावेज मिले हैं। तीनों फर्जी दस्तावेज बनवाकर इराक के बगदाद भागने की फिराक में थे। इनके पास से भारतीय पासपोर्ट, आधार कार्ड, पेन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड के साथ ही बगदाद का वीजा बरामद किया गया है। संदिग्धों से पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि वे तीनों जियारत के बहाने बगदाद जाकर छिपकर रुकने वाले थे, वापस भारत नहीं आने वाले थे।
रायपुर में बनवाए फर्जी दस्तावेज
तीनों व्यक्तियों ने रायपुर में रहने के दौरान भारतीय दस्तावेज आधार, पैनकार्ड और वोटर आईडी कार्ड बनवाया गया है। यूसीसी लागू होने और भारत में पकड़े जाने के डर से जन्मतिथि के प्रमाण पत्र के लिए फर्जी मार्कशीट उन्होंने मोहम्मद आरिफ के जरिए बनवाई थी। उन्हें जानकारी मिली थी कि पहले भी मोहम्मद आरिफ ने कुछ लोगों के फर्जी दस्तावेज बनाए थे और इराक गए थे।
हावड़ा एक्सप्रेस से गए थे मुबंई
टिकरापारा रायपुर में मिश्रा बाड़ा निवासी इन तीनों व्यक्तियों ने फर्जी दस्तावेज बनवाए थे। 26 जनवरी 2025 को वह रायपुर से बगदाद जाने के लिए रवाना हुए थे। इसके लिए हावड़ा मुंबई मेल ट्रेन से मुंबई पहुंचे थे। इसी दौरान छत्तीसगढ़ एटीएस ने एटीएस मुंबई नागपाड़ा यूनिट को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद लोकल पुलिस के सहयोग से कार्रवाई करते हुए छत्तीसगढ़ एटीएस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया।