भुवनेश्वर
ओडिशा में पिछले साल पहली बार बीजेपी के सत्ता में आने के बाद कांग्रेस ने राज्य में नेतृत्व परिवर्तन किया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भक्त चरण दास को तत्काल प्रभाव से ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया है।अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा मंगलवार को जारी एक बयान के अनुसार, कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दास को तत्काल प्रभाव से ओपीसीसी प्रमुख नियुक्त किया।
कांग्रेस ने भंग कर दी कमेटी
राज्य में लोकसभा और विधानसभा चुनावों में निराशाजनक परिणामों के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भंग कर दिया था। जिस समय राज्य इकाई को भंग किया गया था, उस समय शरत पटनायक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष थे। अब कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता भक्त चरण दास ने पूर्व ओपीसीसी अध्यक्ष शरत पटनायक की जगह ली है।
यह फेरबदल ऐसे समय में हुआ है, जब पार्टी भविष्य में होने वाले चुनावों से पहले राज्य में अपनी स्थिति मजबूत करना चाहती है।
ओडिशा के बड़े नेता हैं दास
ओडिशा में कांग्रेस पार्टी को हाल के वर्षों में बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। जहां बीजू जनता दल (बीजेडी) मजबूत विपक्ष के तौर पर प्रदेश के राजनीतिक क्षितिज पर अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज करा रही है। वहीं सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी के रूप में उभरी है। भक्त चरण दास की पहचान ओडिशा की सियासत में स्थापित नेता के तौर पर रही है। उन्होंने कई बार कालाहांडी निर्वाचन क्षेत्र से सांसद के रूप में कार्य किया है। वह पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह और चंद्रशेखर की सरकार में रेल, खेल और युवा मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री रह चुके है।
बिहार के प्रभारी रह चुके हैं दास
भक्त चरण दास कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य और बिहार, मणिपुर और मिजोरम के लिए एआईसीसी प्रभारी रह चुके हैं। साथ ही अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता और महासचिव की जिम्मेदारी निभा चुके हैं। वहीं कांग्रेस पार्टी ने विक्रांत भूरिया को अखिल भारतीय आदिवासी कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया है, जो तत्काल प्रभाव से लागू होगा। कांग्रेस पार्टी ने निवर्तमान अध्यक्ष शिवाजीराव मोघे के प्रति उनकी समर्पित सेवा और योगदान के लिए आभार व्यक्त किया। वहीं विक्रांत भूरिया को नई जिम्मेदारी के लिए बधाई दी है। ऑल इंडिया आदिवासी कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गए डॉ. विक्रांत भूरिया झाबुआ से कांग्रेस विधायक है और पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया के बेटे है। वह वह मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं।
दास के सामने है कड़ी चुनौती
ओडिशा में कांग्रेस ने ऐसे वक्त पर दास को कमान सौंपी है जब राज्य में कांग्रेस तीसरे नंबर की पार्टी है। बीजेपी सत्ता में है तो वहीं दूसरी मुख्य विपक्ष बीजेडी है। कांग्रेस के पास राज्य में 14 विधायक है। बीजेपी के विधायकों की संख्या 78 और बीजेडी का संख्याबल 51 है। लोकसभा की कुल 21 सीटों में बीजेपी के पास 20 सीटें हैं। कांग्रेस के पास 1 सीट और बीजेपी शून्य पर है। ऐसे में दास के सामने चुनौती है कि वह पार्टी को कैसे मजबूत बनाते हैं।