लखनऊ:
उत्तर प्रदेश DGP प्रशांत कुमार ने पिछले महीने मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना को लेकर बड़ा बयान दिया है। राज्य पुलिस के सबसे बड़े अधिकारी ने स्वीकार किया है कि हादसे वाले दिन एक गलती हुई थी। मध्य रात्रि में हुई घटना के बाद से विपक्ष लगातार योगी सरकार पर हमलावर है।
डीजीपी ने कहा, ‘महाकुंभ 2025 का ये पांचवां स्नान है। महाशिवरात्रि का स्नान होना बाकी है। मौनी अमावस्या के दिन एक गलती हुई थी, उससे सीख लेते हुए हम इस पर काम कर रहे हैं कि और बेहतर प्रबंधन कैसे हो। हमने एक प्रबंधन तकनीक अपनाई, जिसका नतीजा है कि महाकुंभ में अब तक 46 से 47 करोड़ लोग आ चुके हैं।’
आज भी 10 बजे तक 1 करोड़ 3 लाख लोगों ने स्नान किया है। प्रयागराज के अलावा हमारा ध्यान चित्रकूट, काशी विश्वनाथ मंदिर, विंध्याचल मंदिर, अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर पर है। हमने लखनऊ में वॉर रूम बनाया है। हमारे 2500 से ज्यादा कैमरे ऐक्टिव हैं। हम उन सभी से लाइव फीड ले रहे हैं। रेलवे मुख्य स्नान वाले दिन 400 से ज्यादा ट्रेनें चला रहा है और करीब 350 ट्रेनें रोजाना चलाई जा रही हैं।’
गौरतलब है कि 29 जनवरी को संगम नोज पर बड़ी घटना हुई थी। यहां रात करीब डेढ़ बजे श्रद्धालुओं की बड़ी भीड़ के बीच भगदड़ की घटना हो गई थी। योगी सरकार के आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक घटना में 30 लोगों की मौत हुई। कई लोग अपने परिजनों की तलाश करते रहे।