झुंझुनूं
राजस्थान के झुंझुनूं विधानसभा के नवंबर माह में हुए उप चुनाव में सांसद बृजेन्द्रसिंह ओला के पुत्र और कांग्रेस प्रत्याशी अमित ओला क्यों पराजित हुए ? इसका दर्द और खुलासा चार माह बाद आज बुधवार को सार्वजनिक रूप से कांग्रेस कार्यकारी जिलाध्यक्ष खलील बुडाना ने किया। उनके बयान के बाद कांग्रेस संगठन में जबरदस्त हलचल मच गई है। कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं की मौजूदगी में संगठनात्मक बैठक में बुडाना ने सरेआम आरोप लगाया कि कांग्रेस प्रत्याशी अमित ओला को हरवाने में अपनों लोगों ने काम किया। बुड़ाना ने कहना है कि अपने आपको का बड़ा कांग्रेसी और बडे पदों पर बैठे कथित काग्रेसियों ने उन्हें हरवाने में कोई कसर नहीं छोड़ी, हालांकि उन्होंने किसी का नाम लिया है।
रंधावा की नसीहत के बाद भी दिया बयान
बयान चर्चा में इसलिए भी है कि कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने बीते दिनों नेताओं को बेवजह बयानबाजी से दूर रहने की हिदायत दी थी। उन्होंने कांग्रेस के खिलाफ बयानबाजी करने वालों पर कार्रवाई करने तक बात कह दी थी। बावजूद इसके कांग्रेस के नेता लगातार संगठन की खामियां गिनाकर निशाना साध रहे हैं। बुधवार को गिडानिया और झुंझुनूं ब्लॉक की बैठक में संगठन के कार्यकारी जिलाध्यक्ष खलील बुडाना ने खुलकर कहा कि कांग्रेस में अनुशासन खत्म हो चुका है।
राहुल गांधी और रंधावा का जिक्र कर कही बड़ी बात
बुड़ाना ने कहा कि हमारे नेता राहुल गांधी कहते हैं कि कांग्रेस में स्लीपर सैल काम करती है। झुंझुनूं कांग्रेस में भी ऐसी स्लीपर सेल है, जिसने उप चुनाव में गांव-गांव, गली-गली जाकर खुलकर पार्टी के खिलाफ कार्य किया। उन्होंने कहा कि कोई सोच भी नहीं सकता था कि ओला परिवार के होते हुए कांग्रेस झुंझुनूं विधानसभा में चुनाव हार जाए। लेकिन बड़े बड़े पदों पर बैठे लोगों ने कांग्रेस के साथ कुठाराघात किया है। इस दौरान बुड़ाना राजस्थान कांग्रेस प्रभारी रंधावा का भी जिक्र करते हुए कहा कि ‘सुखजिंदर रंधावा जी ने कहा था कि ऐसे लोगों पर कार्रवाई होगी। लेकिन आज तक कार्रवाई नहीं हुई। इससे यही लग रहा है कि कांग्रेस का अनुशासन खत्म हो गया है’। बुडाना ने उप चुनावों में पार्टी के खिलाफ काम करने वालों पर कार्रवाई की मांग की है।