IIT से बीटेक लेकर UPSC टॉपर तक, कौन हैं सीनियर IAS अभिषेक प्रकाश जिन्हें योगी सरकार ने किया सस्पेंड

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों को किसी भी कीमत पर बख्शने के मूड में नहीं है। एक बार फिर सीएम योगी के सख्त तेवर देखने को मिले है। योगी सरकार ने आईएएस अभिषेक प्रकाश पर बहुत बड़ी कार्रवाई कर दी है। जबकि उन्हीं अभिषेक प्रकाश को एक समय पर सीएम योगी का करीबी अधिकारी माना जाने लगा था। आईएएस अभिषेक प्रकाश ने लखनऊ में जिलाधिकारी रहते हुए एलडीए वीसी का भी कार्यभार संभाला है। वो कई जिलों में डीएम रह चुके हैं। आइए जानते है आखिर कौन है अभिषेक प्रकाश, जिन पर गाज गिरी है।

अभिषेक प्रकाश 2006 बैच के आईएएस अधिकारी है। उनका जन्म 21 दिसंबर 1982 में हुआ था। बिहार के रहने वाले अभिषेक प्रकाश ने आईआईटी रुड़की से बीटेक की पढ़ाई की है। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2005 पास करके आईएएस बने अभिषेक प्रकाश की ऑल इंडिया आठवीं रैंक थी। अभिषेक प्रकाश साल 2011-12 में लखीमपुर खीरी जिले में डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट रह चुके हैं। वो लखनऊ, हमीरपुर, बरेली और अलीगढ़ जिले में डीएम और कलेक्टर की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।

लखनऊ डीएम से लेकर एलडीए वीसी
अभिषेक प्रकाश राजधानी लखनऊ में 31 अक्टूबर 2019 से 7 जून 2022 तक जिलाधिकारी रह चुके है। 23 अक्टूबर 2020 से 25 जुलाई 2021 तक लखनऊ डीएम के साथ ही एलडीए वीसी की भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। अभिषेक प्रकाश ने अपने कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी संभाली है।

अभिषेक प्रकाश पर भ्रष्टाचार का आरोप
आईएएस अभिषेक प्रकाश मौजूदा समय में औद्योगिक विकास विभाग के सचिव और यूपी इन्वेस्ट के सीईओ हैं। उन्हें योगी सरकार ने सस्पेंड कर दिया है। मिल रही जानकारी के मुताबिक, आईएएस अभिषेक प्रकाश पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है।

एसटीएफ की जांच में आरोप सही
बताया जा रहा है कि एक उद्यमी ने सोलर इंडस्ट्री लगाने के लिए इन्वेस्ट यूपी में आवेदन किया था। आरोप है कि उस उद्यमी से कमीशन मांगा गया था। इसको लेकर उद्यमी ने सीएम योगी से की थी। मामले में एसटीएफ ने जांच की तो आरोप सही पाए थे। इस मामले में निकांत जैन को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि आईएएस अभिषेक प्रकाश को सस्पेंड कर दिया गया है। उनपर भी गंभीर आरोप लगे हैं।

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