रायपुर:
छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। महादेव सट्टा ऐप मामले में सीबीआई ने भूपेश बघेल के खिलाफ केस दर्ज किया है। भूपेश बघेल के आवास पर हाल ही में सीबीआई की टीम ने छापा मारा था। अब उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने महादेव बेटिंग एप मामले पर भूपेश बघेल के खिलाफ केस दर्ज किया है। सीबीआई ने इस मामले में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को आरोपी बनाया है।
सीबीआई द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में पूर्व सीएम बघेल को आरोपी नंबर 6 बनाया गया है। सीबीआई ने महादेव सट्टा एप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल समेत 21 लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया ह। सीबीआई की एफआईआर में महादेव एप के प्रमोटर रवि उप्पल , सौरभ चंद्राकर , अशीम दास, सतीश चंद्राकर, चंद्रभूषण वर्मा, भीम सिंह के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।
भूपेश बघेल के आवास पर हुई थी छापेमारी
मार्च महीने में छत्तीसगढ़ में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की थी। सीबीआई ने देशभर में भूपेश बघेल समेत तमाम आरोपियों के 60 लोकेशन्स पर छापेमारी की थी। महादेव सट्टा एप मामले में सीबीआई ने छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल के अलावा, भिलाई से विधायक देवेन्द्र याद, कई राजनेता, नौकरशाह और पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की थी। इस कार्रवाई के बाद राज्य की राजनीति तेज हो गई है।
भूपेश बघेल पर क्या है आरोप
दरअसल, महादेव सट्टा एप का प्रमोटर सौरभ चंद्राकर है और वह दुर्ग के भिलाई का रहने वाला है। सौरभ चंद्राकर फिलहाल दुबई में है। आरोप है कि भूपेश बघेल के कार्यकाल में महादेव सट्टा एप को संरक्षण दिया गया था। इसके बदले में तत्कालीन सीएम को 508 करोड़ रुपये की प्रोटेक्शन मनी देने का दावा किया गया था। हालांकि भूपेश बघेल ने इस दावे को इनकार करते हुए कहा था कि छवि खराब करने के लिए यह किया गया है।
क्या है महादेव एप का पूरा मामला?
महादेव बुक एक ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म है। जिसे रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर ने प्रमोट किया है। जांच में खुलासा हुआ है कि महादेव बुक के प्रमोटरों ने अपने गैरकानूनी सट्टेबाजी नेटवर्क को निर्बाध रूप से संचालित करने के लिए सार्वजनिक सेवकों को बड़ी मात्रा में प्रोटेक्शन मनी दी थी।