जयपुर में 15 साल से चल रहा था वसूली का खेल! रोजाना 20-30 हजार का फटका लगा रहे थे बदमाश, पढ़ें गुंडई का बड़ा खुलासा

जयपुर

जयपुर राजस्थान की राजधानी है लिहाजा प्रदेश के सभी शहरों से निजी बसों का आना जाना नियमित रूप से होता है। आवागमन के सरकारी वाहनों के अलावा सैकड़ों प्राइवेट भी अलग अलग शहरों से जयपुर आते हैं और वापस लौटते हैं। कुछ आपराधिक तत्व जयपुर आने जाने वाली प्राइवेट बसों से अवैध वसूली करते थे। वसूली नहीं देने पर वाहनों में तोड़फोड़ की धमकियां दी जाती थी और चालक परिचालक के साथ मारपीट की जाती थी। वसूली करने वाला गिरोह पिछले 10 – 15 साल से सक्रिय था। हर वाहन चालक से प्रतिदिन 100 रुपए वसूले जाते थे। डर के मारे किसी भी चालक और परिचालक कभी कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई। जयपुर पुलिस ने वसूली करने वाली गैंग का खुलासा किया है। खुद पुलिस की ओर से मुकदमा दर्ज करके 4 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया।

पहले सबूत एकत्रित किए, फिर कार्रवाई की गई
डीसीपी वेस्ट अमित कुमार बुढानिया ने बताया कि मुखबिर के जरिए ऐसी सूचनाएं मिली कि जयपुर शहर में ऐसी गैंग सक्रिय है जो प्रतिदिन प्राइवेट बस संचालकों से वसूली करते हैं। इस सूचना पर डीसीपी वेस्ट ने एक स्पेशल टीम का गठन किया और निगरानी रखते हुए सबूत जुटाए। पुलिस टीम ने चौमू पुलिया के पास वसूली करने वाले बदमाशों को चिन्हित किया। अवैध वसूली करते हुए की मोबाइल से वीडियो रिकॉर्डिंग की गई। तमाम सबूत एकत्रित किए जाने के बाद झोटवाड़ा थाने में पुलिस की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया और चित्रकूट थाने के सब इंस्पेक्टर विमलेश कुमार को सौंपी गई। बाद में पुलिस ने वसूली करने वाले बदमाशों को दबोच लिया।

रोज 20 से 30 हजार रुपए की वसूली
पुलिस टीम के प्रभारी सब इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह ने बताया कि चौमू पुलिया से प्रतिदिन करीब 300 प्राइवेट बसों का आवागमन होता है। वसूली गैंग के सदस्य प्रति बस 100 रुपए वसूलते थे। कभी कभार किसी बस संचालक से 50 रुपए भी वसूल लेते थे। इस हिसाब से प्रतिदिन करीब 20 से 30 हजार रुपए की अवैध वसूली निजी बस संचालकों से होती थी। 8-8 घंटे की तीन शिफ्ट में तीन लोग नियमित रूप से वसूली करते थे। वसूली करने वाले तीन बदमाशों को पकड़ने के बाद उन्होंने बताया कि वसूली की राशि डीडवाना कुचामन निवासी भगवान सिंह और खानपुर नागौर निवासी बिजेंद्र सिंह को देना बताया। पुलिस ने तीनों बदमाशों की निशानदेही पर भगवान सिंह को भी दबोच लिया।

वसूली नहीं देने पर करते थे हमला
डीसीपी वेस्ट अमित कुमार ने बताया कि अगर कोई निजी बस संचालक इन बदमाशों को वसूली की रकम देने से मना करता तो ये बदमाश चालक और परिचालक पर हमला करते थे। कभी कभार वसूली नहीं देने वाली बसों पर जयपुर से बाहर निकलते ही पत्थरबाजी करके शीशे फोड़ देते थे। बड़े नुकसान से बचने के लिए प्राइवेट बस ऑपरेटर इन बदमाशों को नियमित रूप से वसूली देने लगे। डर के मारे किसी ने मुकदमा तक दर्ज नहीं कराया। सबूत एकत्रित करने के बाद खुद पुलिस की ओर से मुकदमा दर्ज किया गया और चार बदमाशों की गिरफ्तारी की गई। आरोपियों के कब्जे से अवैध वसूली के 45360 रुपए जब्त किए गए। साथ ही चाकू और एक ब्लैक स्कॉर्पियो भी जब्त की गई।

इन बदमाशों की हुई गिरफ्तारी
1. भगवान सिंह, उम्र 37 साल, निवासी गांव चांडी थाना मकराना जिला डीडवाना कुचामन। हाल निवास प्लाट न. 85 हनुमान नगर निवारू रोड लालचंदपुरा थाना करधनी जयपुर पश्चिम।
2. श्याम वीर सिंह, उम्र 29 साल, निवासी प्रीतमपुरी थाना थोई, नीमकाथाना जिला सीकर।
3. विक्रम सैन उर्फ विक्की उर्फ बोगी, उम्र 40 साल, निवासी – हनुमान नाई की दुकान के पीछे, दर्जियों का मोहल्ला, गांव नीदड़, थाना हरमाड़ा जिला जयपुर।
4. दिलिप सिंह, उम्र 54 साल, निवासी – गांव जुराठडा पलसाना रोड, थाना रानोली, जिला सीकर। हाल निवास प्लाट न. 73 कृष्णा कॉलोनी, कृष्णा फर्नीचर के पास जोडला पावर हाउस के पीछे हरमाड़ा, जयपुर।
(पांचवें आरोपी बिजेंद्र सिंह उर्फ बिजु बन्ना की तलाश जारी है।)

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