पटना
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू में केंद्र सरकार के वक्फ संशोधन बिल को लेकर विरोध बढ़ रहा है। जेडीयू के नेता अहमद अशफाक करीम ने बिल वापस लेने की मांग की है। उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार रात में इस बिल पर बड़ा फैसला लेंगे। करीम ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से भी बिल पर समर्थन वापस लेने का आग्रह किया है। मोदी सरकार इस बिल को लोकसभा में पेश करने वाली है, लेकिन जेडीयू का रुख अभी तक स्पष्ट नहीं है।
सुबह में क्या होगा…
जेडीयू नेता और पूर्व सांसद अहमद अशफाक करीम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि चंद्रबाबू नायडू धर्मनिरपेक्षता के समर्थक हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि नायडू और नीतीश कुमार रात में वक्फ संशोधन बिल को वापस लेने पर कोई फैसला लेंगे। करीम ने कहा कि यह मेरी निजी राय है, लेकिन कल सुबह क्या होगा यह मैं नहीं कह सकता। इससे पहले, जेडीयू एमएलसी गुलाम गौस ने कहा था कि उनकी पार्टी वक्फ बिल के समर्थन में नहीं है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस बारे में कोई बयान नहीं दिया है। गौस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बिल वापस लेने की अपील की थी।
जेडीयू का रुख अभी तक साफ नहीं
वक्फ बिल पर जेडीयू का रुख अभी तक साफ नहीं है। मोदी सरकार इस बिल को लोकसभा में बुधवार को पेश करने वाली है। केंद्र में बीजेपी की सहयोगी जेडीयू ने अभी तक इस बिल पर अपना रुख पूरी तरह से स्पष्ट नहीं किया है। पार्टी में कुछ लोग बिल का विरोध कर रहे हैं। वहीं, जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने कहा कि वे नहीं चाहते कि यह बिल पिछली तारीख से लागू हो। उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकार इस पर विचार करेगी।
सदन में बताएंगे जेडीयू का रुख
जेडीयू कोटे से मंत्री और पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि वे सदन में ही वक्फ बिल पर अपना रुख बताएंगे। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार को किसी से सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं है। ललन सिंह ने कहा कि उन्होंने मुसलमानों के लिए जितने काम किए, आजादी के बाद किसी राज्य सरकार ने नहीं किए।