मुंबई/नई दिल्ली:
वक्फ संशोधन बिल पर लोकसभा में चर्चा हो रही है। शिवसेना यूटीबी के सांसद अरविंद सावंत ने भी इस पर भाषण दिया। उन्होंने बिल का समर्थन किया या विरोध? यह साफ नहीं किया। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरन रिजीजू ने उनसे अपना रुख स्पष्ट करने को कहा। इस दौरान सावंत ने हिंदुत्व के मुद्दे पर बात की और वक्फ बोर्ड में गैर-हिंदुओं को शामिल करने पर सवाल उठाया। उन्होंने सरकार पर हिंदू मंदिरों के खजाने को हड़पने का आरोप भी लगाया और केदारनाथ मंदिर से सोना चोरी होने के सवाल का जवाब मांगा। सावंत ने बीजेपी को हिंदुत्व न सिखाने की बात कही और वक्फ संशोधन बिल को ‘सौगत-ए-वक्फ बिल’ बताया। उन्होंने केंद्र से पूछा कि क्या वे मंदिर समितियों में गैर-हिंदुओं को अनुमति देंगे।
वक्फ संशोधन बिल पर क्या बोले अरविंद सावंत?
अरविंद सावंत ने वक्फ संशोधन बिल पर बोलते हुए गोलमोल बातें कीं। उनके 15 मिनट के भाषण से यह पता नहीं चला कि वह बिल के साथ हैं या खिलाफ। इस पर किरन रिजीजू ने कहा कि सावंत ने अपनी बात साफ तौर पर नहीं रखी। सावंत ने अपने भाषण में हिंदुत्व की बात की। उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड में गैर-हिंदुओं को क्यों शामिल किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार हिंदू मंदिरों का पैसा ले रही है। सावंत ने शंकराचार्य का हवाला देते हुए कहा कि केदारनाथ मंदिर से सोना चोरी होने के सवालों का जवाब अभी तक नहीं मिला है।
सावंत ने बीजेपी पर बोला हमला
सावंत ने बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आपके मन में कुछ और ही है। आपको जमीन हड़पनी है। सरकार की कथनी और करनी में अंतर है। बिल के जरीए न्याय देने की मंशा नहीं है। बीजेपी हमें हिंदुत्व न सिखाए। देश की आजादी में बीजेपी का कोई योगदान नहीं है। इसका मतलब है कि बीजेपी की नीयत ठीक नहीं है। वह जमीन पर कब्जा करना चाहती है। सरकार जो कहती है, वह करती नहीं है। इस बिल से न्याय मिलने वाला नहीं है।
कश्मीर में कितने हिंदु वापस आए?
सावंत ने आगे कहा कि इस देश की आजादी के लिए जिन्होंने कुछ नहीं किया, दुर्भाग्य है कि वो सरकार चला रहे हैं। अगर आप हमारे मंदिर में किसी गैर हिंदु को लाने की कोशिश करेंगे तो शिव सेना उसका विरोध करेगी। कश्मीर में कितने हिंदु वापस आए, कौन वहां जमीन खरीद रहा है? उसके लिए कोई बिल ला रहे हो, बताओ आप।