लखनऊ:
सऊदी अरब की सरकार के खिलाफ मुस्लिम समाज के लोग जोरदार विरोध-प्रदर्शन करने जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मुसलमान सऊदी हुकूमत के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे। लखनऊ के मुसलमान जन्नतुल बकी कब्रिस्तान सऊदी अरब मदीने में रसूल-ए-इस्लाम की इकलौती बेटी और इमामों के रौज़ों को ध्वस्त किए जाने से बेहद गुस्सा है।
इसके खिलाफ शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास ने विशाल विरोध करने का निर्णय लिया है। मौलाना यासूब ने कहा कि हमारी मांग है कि रौजों का पुनः निर्माण कराया जाए। इसके लिए अपने खून से मेमोरेंडम लिखकर सऊदी एंबेसी को भेजेंगे। इसके साथ ही मौलाना यासूब अब्बास ने सऊदी अरब पर आतंकवादियों को पैसे से मदद करने का भी गंभीर आरोप लगाया है।
शहीद स्मारक पर विशाल विरोध प्रदर्शन
दरअसल राजधानी लखनऊ में 7 अप्रैल को सऊदी अरब की सरकार के खिलाफ शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास के नेतृत्व में बड़ी संख्या में मुसलमान सड़क पर उतरेंगे। मौलाना ने सोमवार को दोहपर एक बजे शहीद स्मारक पर विशाल विरोध प्रदर्शन का आव्हान किया है। इसको लेकर मौलाना यासूब अब्बास ने बताया कि सऊदी हुकूमत ने रसूल ए इस्लाम की इकलौती बेटी जनाबे फातिमा जहरा और उनके परिवार के लोगों की मजार को गिरा दिया है।
इसको लेकर हम लोग सऊदी हुकूमत के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि मजारों की पुनः निर्माण कराया जाए। इसके लिए हम अपने खून से मेमोरेंडम लिखकर सऊदी एंबेसी को भेजेंगे।
रसूल-ए-इस्लाम कौन हैं
मौलाना यासूब ने कहा कि एक तरफ सऊदी के शाह की फैमिली के लोग बड़े-बड़े महलों में रह रहे हैं। वहीं रसूल-ए-इस्लाम जिनके नाम पर यह लोग कलमा पढ़ते हैं, उनके बेटी और परिवार वालों की कब्र धूप में हैं। इसके साथ ही मौलाना ने बताया कि आज दुनिया में जो आतंकवाद फैल रहा है, वो सऊदी अरब का पैसा है। पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सेना है, जिसने पूरी दुनिया का जीना मोहाल कर दिया है।
यूनाइटेड नेशन ऑफिस से भी गुहार
उन्होंने कहा कि सऊदी अरब आतंकवादियों को पैसे से मदद कर रहा है। इसके खिलाफ भी हम आवाज उठाएंगे। मौलाना यासूब ने बताया कि हमने अपनी मांगों को लेकर मोदी सरकार को पत्र लिखा है। हम यूनाइटेड नेशन ऑफिस से भी गुहार लगाएंगे। हम चाहते हैं कि यूएनओ भी इस मामले पर हस्तक्षेप करें। पीएम नरेंद्र मोदी से भी हस्तक्षेप करने की मांग करेंगे। जब पीएम मोदी हस्तक्षेप करेंगे तो कुछ ना कुछ हो सकता है।