मैं महाभारत का संजय नहीं हूं… किस सवाल के जवाब में आरबीआई गवर्नर ने कहा ऐसा?

नई दिल्‍ली: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने ब्‍याज दरों के रुख पर कोई भविष्‍यवाणी करने से मना कर दिया। उन्‍होंने कहा कि वैसे तो उनका नाम संजय है। लेकिन, वह महाभारत के संजय नहीं हैं जो भविष्य की दरों पर भविष्यवाणी कर सकते हैं। न ही यह बता सकते हैं कि अमेरिकी टैरिफ और अन्य जटिलताओं के साथ वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच नरमी किस स्तर तक रुकेगी। संजय मल्होत्रा एक सवाल का जवाब दे रहे थे। उनसे पूछा गया था कि क्या ब्याज दर में और कटौती संभव है। यह सवाल आरबीआई की ओर से लगातार दूसरी बार रेपो रेट में कटौती की घोषणा के ठीक बाद आया।

महाभारत के अनुसार, संजय को दिव्य दृष्टि का आशीर्वाद प्राप्त था। उन्होंने इस शक्ति का इस्‍तेमाल महाभारत के युद्ध के दौरान किया था। इसके जरिये उन्‍होंने कुरुक्षेत्र के युद्ध में क्‍या हो रहा है, इसके बारे में अंधे राजा धृतराष्ट्र को महल में रहकर बताया था। संजय मल्होत्रा ने यह भी कहा कि मौद्रिक और राजकोषीय नीति विकास और महंगाई के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए काम कर रही हैं। आरबीआई ने बुधवार को रेपो रेट में 25 आधार अंकों की कटौती कर इसे 6% किया।

मैं संजय हूं, लेकिन मैं महाभारत का संजय नहीं…
उन्होंने कहा, ‘यह एक संयुक्त प्रयास है…सरकार ने हाल ही में बजट में पूंजीगत व्यय, टैक्‍स छूट में बढ़ोतरी के संदर्भ में कई उपाय करके अपना काम किया है। हमने रेपो रेट में कमी की है। आगे के लिए रुख बदला है। इसका अर्थ है कि नीतिगत रेपो रेट की दिशा नीचे की ओर है।’ आरबीआई गवर्नर ने आगे कहा, ‘यह कहां पहुंचेगा…हम वास्तव में नहीं जानते। मैं संजय हूं, लेकिन मैं महाभारत का संजय नहीं हूं कि इतनी दूर की भविष्यवाणी कर सकूं। मेरे पास उनके जैसी दिव्य दृष्टि नहीं है।’

आरबीआई ने घटाए व‍िकास के अनुमान
हालांकि, मल्होत्रा ने जोर देकर कहा कि आरबीआई, केंद्र सरकार के साथ मिलकर देश में विकास और महंगाई को प्रबंधित करने का प्रयास करेगा। वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच आर्थिक अनुमानों को समायोजित करते हुए आरबीआई ने भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के पूर्वानुमान को घटाकर 6.5% और महंगाई को 4% कर दिया है।

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