नई दिल्ली,
पिछले कुछ दिनों में मौसम में इतनी तेज़ी से बदलाव आए हैं कि लगता है जैसे ये किसी बड़े खतरे का संकेत है. दिल्ली में पहले गर्मी, फिर आंधी, फिर बारिश. उत्तर प्रदेश और बिहार में बिजली गिरने से कई मौतें. फरवरी में सर्दी की जगह गर्मी का आना. बसंत ऋतु का मौसम तो जैसे गायब ही हो गया. आखिर मौसम को क्या हो गया है. ये कहना गलत नहीं होगा, मौसम बेईमान है, रहना सावधान है.
दिल्ली में कुछ दिनों पहले तक मौसम विभाग ने हीट वेव की चेतावनी दी थी, अप्रैल के महीने की शुरुआत में ही तापमान 40 पार कर गया था, जो एक रिकॉर्ड था. फिर अचानक धूल भरी आंधियां शुरू हो गईं, बड़े-बड़े पेड़ उखड़ने लगे. उसके बाद बारिश ने तापमान कम कर दिया. महज़ 3 दिन के अंदर तापमान में भारी गिरावट आई, लेकिन इसके बाद फिर से मौसम विभाग ने तापमान बढ़ने का पूर्वानुमान जताया है, मौसम में इतनी तेज़ बदलाव के कारण क्या हैं?
मौसम पर ग्लोबल वार्मिंग का असर तेजी से पड़ रहा है, इस बार क्लाइमेट चेंज की वजह से ठंड उम्मीद से भी ज्यादा कम थी. अब नतीजा ये है कि सर्दी और गर्मी के बीच से बसंत ऋतु गायब है. फरवरी के आखिरी हफ्ते और मार्च की शुरुआत में ही तापमान में तेजी से बढ़ोतरी का जो सिलसिला शुरु हुआ वो अब तक जारी है.
यूं तो रुक-रुक कर देश के कई इलाकों में लगातार बारिश हो रही है, लेकिन बिहार में कुदरत के कहर से हाहकार मचा हुआ है. तेज आंधी-बारिश और बिजली गिरने से पिछले कुछ दिनों में मौत का आंकड़ा 80 को पार कर गया है. सिर्फ आकाशीय बिजली गिरने से 60 से ज्यादा मौतें हुईं. लेकिन सवाल ये है कि बिहार सबसे ज्यादा कुदरत के प्रकोप को क्यों झेलता है.