इंदौर:
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसारन घाटी में मंगलवार दोपहर 2:45 बजे हुए आतंकी हमले में इंदौर निवासी सुशील नथानियल की गोली लगने से मौत हो गई, जबकि उनकी बेटी आकांक्षा गंभीर रूप से घायल है। इस दर्दनाक हमले में अब तक 26 लोगों की जान जा चुकी है।
सुशील नथानियल एलआईसी की अलीराजपुर शाखा में पदस्थ थे। और हाल ही में परिवार के साथ कश्मीर छुट्टियां मनाने गए थे। उनके साथ उनकी पत्नी, बेटा आस्टन और बेटी आकांक्षा भी थी। आकांक्षा सूरत में बैंक ऑफ बड़ौदा में कार्यरत हैं, जबकि उनकी पत्नी जेनिफर इंदौर के खातीपुरा स्थित एक सरकारी स्कूल में शिक्षिका हैं। परिवार के मुताबिक, सुशील का पार्थिव शरीर रात 8:45 बजे तक इंदौर लाया जाएगा और उनका अंतिम संस्कार ईसाई रीति-रिवाजों से किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने जताया शोक
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बुधवार को इंदौर पहुंचे और उन्होंने सुशील नथानियल के प्रति गहरा शोक प्रकट किया। उन्होंने कहा कि यह आतंकियों की कायराना हरकत है। यदि उनमें साहस होता तो भारतीय सेना के सामने आते, जो उनके चिथड़े उड़ा देती।
वाड्रा के बयान पर फूटा सीएम का गुस्सा
इस हमले पर कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के विवादित बयान पर सीएम मोहन यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी। वाड्रा ने कहा था कि देश में हिंदू-मुस्लिम हो रहा है, जिससे मुसलमान असहज महसूस कर रहे हैं। और यही कारण है कि पहचान पूछकर आतंकी हत्याएं कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह प्रधानमंत्री के लिए एक संदेश है।
मुख्यमंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि इस समय इस तरह का बयान देना कांग्रेस की मानसिकता को दर्शाता है। यह बहुसंख्यक समाज को लज्जित करने की कोशिश है। मुझे उम्मीद है कि रॉबर्ट वाड्रा आने वाले समय में देश से माफी मांगेंगे। जब पूरा देश एकजुट होकर शोक मना रहा है, तब कांग्रेस को सिर्फ हिंदू-मुस्लिम नजर आता है। कांग्रेस को इसकी राजनीतिक कीमत चुकानी होगी।