एक्टर ईशान खट्टर ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद ‘भारतीय हिंदुओं को भारतीय मुसलमानों के खिलाफ न खड़ा करने’ का अनुरोध किया है क्योंकि उनका मानना है कि यह आतंकवादियों की अंतिम जीत होगी। अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर ‘धड़क’ एक्टर ने कश्मीर के लंबे और दर्दनाक इतिहास को बताते हुए एक भावुक नोट लिखा। ईशान ने लिखा, ‘यह हिंदुओं पर लक्षित हमला था। इसे नकारना बेईमानी है। यहां एक लंबा और दर्दनाक इतिहास है: कश्मीरी पंडितों के जबरन पलायन से लेकर अमरनाथ यात्रियों पर हमले तक।’
ईशान खट्टर ने आगे लिखा, ‘लेकिन इस दर्द का इस्तेमाल भारतीय हिंदुओं को भारतीय मुसलमानों के खिलाफ़ खड़ा करने के लिए करना गलत है। यह आतंकवादियों की अंतिम जीत है। और हमें उन्हें जीतने नहीं देना चाहिए।’ ईशान ने यह भी कहा कि वह करीब दो महीने पहले पहलगाम में थे और अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने कई दयालु और मददगार स्थानीय लोगों से मुलाकात की।
ईशान खट्टर ने कह दी बड़ी बात
अपने अनुभव के बारे में बताते हुए, ‘बियॉन्ड द क्लाउड्स’ एक्टर ने कहा, ‘व्यक्तिगत तौर पर मैं कहना चाहूंगा कि मैं मुश्किल से 2 महीने पहले पहलगाम में था। मैंने हमेशा कश्मीर के लिए एक गहरा जुड़ाव और प्यार महसूस किया है और लोगों को हमेशा दयालु और मददगार पाया है। मैं वहां कुछ खूबसूरत लोगों से मिला हूं। इन भयानक हमलों के पीड़ितों को जो नुकसान उठाना पड़ रहा है, उसकी कल्पना करके मेरा दिल दुखता है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि कश्मीर को लंबे समय से नुकसान पहुंचाया गया है। एक जगह जिसे अक्सर धरती पर स्वर्ग कहा जाता है, इस तरह के कृत्यों से बहुत घायल हो गई है और इसके लोगों का जीवन अमिट रूप से प्रभावित हुआ है।’
कश्मीर में थे ईशान खट्टर
ईशान हाल ही में तारा सुतारिया के साथ अपने गाने ‘प्यार आता है’ की शूटिंग के लिए कश्मीर में थे। ईशान ने सभी से नफरत में अंधे न होने और न्याय की दिशा में काम करने का आग्रह किया। उन्होंने आगे कहा, ‘हमें अपनी राजनीति, अपने धर्म के लिए नहीं बल्कि अपनी मानवता के लिए परखा जाना है। आइए हम कभी न भूलें और अपने सामूहिक गुस्से को न्याय के लिए इस्तेमाल करें, न कि अंधी नफरत के लिए। आइए हम वही बनें जो ये दयनीय हमलावर हमें भूला देना चाहते हैं – संवेदनशीलता, तर्क और विचारशीलता वाले इंसान।’
एक्टर ने सैयद आदिल हुसैन को याद किया
ईशान ने कश्मीरी स्थानीय निवासी सैयद आदिल हुसैन शाह को याद करते हुए एक नोट भी लिखा, जिन्होंने इन पर्यटकों की जान बचाने की कोशिश में हमले में अपनी जान गंवा दी।