नई दिल्ली:
पहलगाम में आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान की ओर से कई तरह की फर्जी खबरें फैलाई जा रही हैं। इसके जरिए भारतीय सेना और सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार की कोशिशें हो रही हैं। सोशल मीडिया पर जिस तरह से पाकिस्तान के पत्रकार और पीआर विंग्स काम कर रहीं, उसके खिलाफ केंद्र सरकार एक्शन मोड पर आ गई है। यही वजह है कि पहलगाम हमले के अगले ही दिन भारत में पाकिस्तान सरकार का ट्विटर हैंडल बैन कर दिया गया था। अब पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का भी एक्स अकाउंट बैन किया गया है। इसके साथ ही भारत सरकार ने कई पाकिस्तानी पत्रकारों के सोशल मीडिया अकाउंट्स को भी प्रतिबंधित किया है।
इसलिए केंद्र सरकार ने उठाया कदम
दरअसल, पहलगाम हमले के कुछ ही घंटों के बाद अलग-अलग सोशल मीडिया हैंडल से फेक नेरेटिव गढ़ने के लिए वीडियो पोस्ट होने लगे। ये काम पाकिस्तान की इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशंस (ISPR) की तरफ से होता आया है। ISPR पाकिस्तानी आर्म्ड फोर्सेस की मीडिया और पब्लिक रिलेशंस विंग है। ये पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI (इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस) के अंडर काम करती है।
पहलगाम हमले के बाद एक्शन तेज
सूत्रों के मुताबिक, पहलगाम हमले के बाद जिस तरह से फेक विडियो और फेक मैसेज भेजे गए उसे लेकर भारतीय सेना की टीम भी पूरी तरह सतर्क है। लगातार ऐसे फेक और गलत जानकारी वाले वीडियो की पहचान कर रही है। इस बीच सरकार ने कार्रवाई शुरू की और पाकिस्तान के रक्षा मंत्री समेत उन सोशल मीडिया अकाउंट को बैन करना शुरू कर दिया, जो फर्जी सूचनाएं शेयर कर रहे थे। इनमें कई पाकिस्तानी पत्रकारों के भी एक्स अकाउंट हैं।
केंद्र ने कई यू-ट्यूब चैनल्स पर भी कसा शिकंजा
इससे पहले केंद्र सरकार ने कई पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल पर भी शिकंजा कसा था। कई यूट्यूबर्स के अकाउंट को बैन कर दिया। भारतीय दर्शकों को आकर्षित कर कमाई करने वाले कई पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों को भारत में बैन कर दिया गया है। सना अमजद, आरजू काजमी और शोएब अख्तर के यूट्यूब चैनल भी अब भारत में नहीं देखे जा सकेंगे। इससे उनकी कमाई पर असर पड़ेगा।