गाजा
इजरायल के गाजा में मानवीय सहायता रोकने और पूरे क्षेत्र पर कब्जा करने के प्लान पर हमास ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। इजरायल की ओर से गाजा में बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान चलाने की योजना का खुलासा करने के बाद हमास ने कहा है कि अब उनसे किसी भी तरह की बातचीत का कोई मतलब नहीं रह गया है। हमास का कहना है कि इजरायल की ओर से जिस तरह का रुख दिख रहा है, उससे नहीं लगता कि हम उनके साथ युद्धविराम या बंधक डील पर कोई बातचीच कर सकते हैं।
फिलिस्तीनी गुट हमास के वरिष्ठ अधिकारी बसीम नईम ने BBC से कहा है कि इजरायल की ओर से भूखमरी को युद्ध बनाने तक वे किसी नए प्रस्ताव पर बात नहीं करेंगे। इजरायल की ओर से गाजा के लोगों तक भोजन जैसी जरूरी चीजें पहुंचने से रोका जा रहा है और पूरे क्षेत्र पर कब्जे की योजना बनाई जा रही है। इसी पर हमास ने कहा है कि इस तरह के प्लान के साथ बातचीत नहीं चल सकती है।
हमास और इजरायल के बीच लड़ाई
इजरायल और हमास के बीच गाजा में अक्टूबर, 2023 से युद्ध चल रहा है। हमास ने 7 अक्टूबर 2013 को दक्षिण गाजा में हमला कर 1200 लोगों की जान ले ली थी और 250 लोगों को बंधक बना लिया था। इसके बाद इजरायल ने गाजा में हमला बोल दिया था। इजरायल के हमलों में गाजा में भारी तबाही हुई लेकिन वह अपने सभी बंधकों को छुड़ाने में नाकाम रहा है। ऐसे में अब वह गाजा में हमले बढ़ाने की योजना बना रहा है।
इजरायल ने गाजा को लेकर नए प्लान को मंजूरी दी है। इस प्लान में गाजा की आबादी को विस्थापित करने और पूरे क्षेत्र पर कब्जा करते हुए नाकाबंदी करना शामिल है। इस योजना की ब्रिटेन, फ्रांस और UN ने अमानवीय कहते हुए आलोचना की है। यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि इससे बड़ी संख्या में मौतें और तबाही होगी। हमास ने भी ऐसे प्लान के बाद इजरायल से बातचीत की संभावना को नकार दिया है।
इजराइल का कहना है कि वह गाजा से अपने सभी बंधकों को वापस लाना चाहता है और हमास को पूरी तरह से खत्म करना चाहता है। इसके लिए इजरायल ने गाजा लोगों को वहां से हटाते हुए पूरे क्षेत्र पर कब्जा करने की योजना को मंजूरी दी है। हालांकि नेतन्याहू सरकार की ये योजना तुरंत ही विवादों में आ गई है।