नोएडा:
अगर आप यूपी के नोएडा जैसे हाईटेक सिटी में रहते है और रोज ऑटो रिक्शा से सफर करते हैं तो यह खबर आपके काम की है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं कि जिस ऑटो रिक्शा से आप सफर कर अपने गंतव्य तक पहुंचते है, कहीं वो असुरक्षित तो नहीं हैं। वर्तमान में नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 856 ऐसे ऑटो है जिसकी फिटनेस जांच नहीं हुई है। वो एक्सपायर्ड हो चुके हैं। ये सड़क पर चलने के लिए असुरक्षित हैं।

परिवहन विभाग की ओर से इन ऑटो रिक्शा मालिकों को कई बार नोटिस भेजे गए हैं, लेकिन उनकी ओर से जांच नहीं कराई गई। ऑटो रिक्शा से सफर करने वाले यात्रियों की सुरक्षा को लेकर नोएडा परिवहन विभाग सख्त हो गया है। सम्बंधित अधिकारियों का स्पष्ट कहना है कि जिन ऑटो मालिकों ने अपने वाहनों की फिटनेस जांच नहीं करवाई है उनके वाहन सड़क पर दौड़ने योग्य नहीं है। यात्रियों की जान से किसी प्रकार का खिलवाड़ परिवहन विभाग को बर्दास्त नहीं है। पकड़े जाने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कई बार नोटिस भेजा गया पर कोई जवाब नहीं: एआरटीओ प्रवर्तन
एआरटीओ प्रवर्तन डॉ. उदित नारायण पाण्डेय ने बताया कि वर्तमान में नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कुल 24112 ऑटो रिक्शा पंजीकृत है। इनमें पेट्रोल सीएनजी से चलने वाले ऑटो की संख्या 17009 और इलेक्ट्रिक से चलने वाले ऑटो की संख्या 7103 है। इनमें से 856 ऑटो रिक्शा की फिटनेस खत्म है। यानी ये सारे ऑटो एक्सपायर्ड हो चुके है। यह सभी यात्री ऑटो हैं। ऑटो मालिकों को फिटनेस जांच कराने के लिए कई बार नोटिस भेजा गया, लेकिन जांच नहीं कराई गई। सड़क पर दौड़ रहे बिना फिटनेस वाहनों का संचालन अवैध है, इन्हें चलाना प्रतिबन्धित है। संचालित पाये जाने पर नियमानुसार चालान के साथ बन्द (ऑटो सीज) की कार्रवाई की जाती है। अप्रैल 2025 से अब तक 549 ऑटो का चालान और 279 ऑटो को बंद करने की कार्रवाई विभाग की ओर से की जा चुकी है।
परिवहन विभाग कार्यालय में दे सकते हैं सूचना
एआरटीओ प्रवर्तन ने बिना फिटनेस जांच किए ऑटो में सफर करना नुकसानदेह साबित हो सकता है। यह यात्री और चालक की सुरक्षा के लिए खतरनाक है। बिना फिटनेस प्रमाण पत्र के वाहन चलाने पर चालान और ऑटो सीज हो सकता है। यदि वाहन का फिटनेस प्रमाण पत्र नहीं है और कोई दुर्घटना होती है तो बीमा कंपनी दावा भी खारिज कर सकती है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि एक जागरूक नागरिक होने के नाते अगर आपके आस-पास या सड़कों पर ऑटो समेत अन्य जर्जर वाहन दौड़ते नजर आएं तो वे इसकी जानकारी नोएडा के सेक्टर-33 स्थित परिवहन विभाग कार्यालय में दे सकते हैं। सूचना देने वाले व्यक्ति की जानकारी गुप्त रखी जाएगी।