बड़वाह।
बड़वाह के समीप ग्राम मुराल्ला में राह चलता अधेड़ हरिजन मोहल्ले में गश खाकर गिर गया। काफी देर तक जब वह उसी अवस्था में पड़ा रहा तो ग्रामीणों ने उसकी नब्ज टटोली। पता चला इसकी मौत हो गई है। इस दौरान तलाशी लेने पर उसकी जैब से कच्ची शराब की तीन पोटली मिली। वहीं मृतक के शरीर से भी शराब की बदबू आ रही थी। मृतक की शिनाख्त सुखराम पिता रूप सिंह मेहता के रूप में हुई है। वह मूलतः भीकनगांव थाना क्षेत्र के नवलपुरा का रहने वाला था।
काफी समय से मुराल्ला ने मजदूरी का कार्य करता था। परिजनों के अनुसार वह शराब का आदि था और अक्सर गांव में अवैध रूप से बिकने वाली शराब के अड्डों पर देखा जाता था। ग्रामीणों और परिजनों का अंदेशा है कि लंबे समय से अत्यधिक शराब के सेवन से ही सुखराम की मौत हुई है। सूचना मिलने पर सुखराम के शव को बड़वाह के सिविल अस्पताल पोस्टमार्टम हेतु लाया गया है। इसके बाद ही उसकी मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा।
इधर इस मौत के बाद मुराल्ला के ग्रामीणों में बेहद आक्रोश है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि गांव में अत्यधिक मात्रा के अवैध रूप से बिकने वाली कच्ची व पक्की सभी तरह की शराब पर पूर्णतः प्रतिबंध लगे साथ ही विक्रेताओं पर भी कार्यवाही हो।
शराबी सुखराम की मौत के बाद ग्राम की महिलाएं काफी गुस्से में हैं
महिलाओं के मुताबिक गांव के शराब धड़ल्ले से बिक रही है। दुकान तो दुकान लोग घरों से भी दारू बेच रहे हैं। आसानी और मात्र दस रुपए में मिलने वाली शराब को पीकर बड़े तो ठीक अब बच्चे भी मदमस्त रहते है। स्कूल जाते नहीं और शराब के आदि होने लगे हैं। पति शराब पीकर पत्नियों के साथ मारपीट करते है। शराब के कारण या तो गांव में कई परिवार बिखर गए तो कई महिलाओं के पति विवाद के बाद जलकर,फांसी लगाकर या बीमारी से मर गए।शराब विक्रेताओं को रोकने जाओ तो अभद्र भाषा के साथ जान से मारने की धमकी देते है।
इसके पहले भी बड़वाह पुलिस थाने में आवेदन दिया था।पुलिस की सख्ती से कुछ दिनों तक बिक्री बंद रही, लेकिन फिर धड़ल्ले से बेखौफ शराब बेच रहे। ग्राम की महिलाओं ने पुलिस व आबकारी विभाग से अवैध शराब बिक्री पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
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सरपंच प्रतिनिधि कमलेश पाटिल ने बताया कि गांव में शराब बिक्री ने पूरे माहौल को खराब कर दिया है। पहले भी 2 से 3 मौतें शराब के अधिक सेवन से हो चुकी है। शराब विक्रेताओं को किसी का भी डर नहीं है। उन्हें रोको तो मारने पर उतारू हो जाते है। आबकारी विभाग इन शराब माफियाओं पर कार्यवाही कर गांव में इसकी बिक्री रोके।