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Friday, June 13, 2025
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BJP की तिरंगा यात्रा में मंत्री के सामने ही भिड़े भाजपाई, जमकर हुआ बवाल, नौबत हाथापाई तक पहुंची

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झुंझुनूं:

राजस्थान के झुंझुनूं जिला भाजपा की खींचतान एक बार फिर सामने आ गई है। बड़ी बात यह है कि भाजपा नेता और कार्यकर्ता अब सड़क पर एक दूसरे पर बैखौफ होकर जुबानी हमला करने से कोई परेहज नहीं कर रहे हैं। दरअसल, दो दिन पहले एक जमीनी विवाद को लेकर झुंझुनूं कलेक्ट्रेट पर धरना आयोजित किया गया था। इस दौरान लगे पोस्टर से मामला इस कदर गर्माया था कि भाजपा प्रत्याशी रहे बबलू चौधरी ने झुंझुनूं से मौजूदा भाजपा विधायक राजेन्द्र भांबू सहित उनके बेटे और रिश्तेदारों पर गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर बवाल काटा। दरअसल, बताया जा रहा है कि बीते दिनों मंडावा क्षेत्र के एक परिवार ने बबलू चौधरी पर अपनी जमीन कब्जा करने का आरोप लगाया था। साथ ही पूरा परिवार कलेक्ट्रेट के बाहर बबलू चौधरी पर आरोपों से जुड़ा पोस्टर लगाकर धरने पर बैठ गया था। इसके जवाब में बबलू चौधरी ने कलेक्ट्रेट के बाहर ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी सफाई पेश की थी, जिसमें उन्होंने कहा कि यह धरना प्रदर्शन विधायक राजेंद्र भांबू के इशारे पर हो रहे हैं। इसी मामले में भांबू और चौधरी के बीच की तनातनी सड़क पर आने के बाद यह बात साफ हो गई कि झुंझुनूं के बीजेपी जिला संगठन में कुछ भी अच्छा नहीं चल रहा है।

इस घटना से हुई भाजपा की फजीहत पर हाईकमान मरहम लगा पाता कि इधर, जिले के चिड़ावा इलाके में इससे भी ज्यादा हद हो गई। यहां चिड़ावा दौरे पर पहुंचे भजनलाल सरकार में कैबिनेट मंत्री कन्हैयालाल चौधरी के समक्ष वबाल हो गया। मंत्री के स्वागत व सम्मान के दौरान सडक़ पर भाजपा बड़े और छोटे पदाधिकारी आपस में आ कमेंट्स करते हुए इस कदर भिड़ पड़े बात हाथापाई तक पहुंच गई। हालत यह रहे कि मंत्री व जिलाध्यक्ष को बीच बचाव करना पड़ा। लेकिन घटना कैमरों में कैद हो गई। लोगों इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।

दरअसल, यह घटनाक्रम तब हुआ जब झुंझुनूं जिले के चिड़ावा में जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी के नेतृत्व में आयोजित तिरंगा यात्रा का कार्यक्रम संपन्न हुआ था कि लेकिन इस दौरान कुछ भाजपाईयों के करतूतों से स्वागत और सम्मान के दौरान जो नज़ारा देखने को मिला, उसने इस रैली के उद्देश्य को ही सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया।

जब तिरंगा झंडा थामे नेता भिड़े आपस में…
तिरंगा यात्रा जहां राष्ट्रभक्ति का प्रतीक बननी थी, वहीं यह भाजपा के नेताओं की आपसी खींचतान की रंगभूमि बन गई। चिड़ावा में विवेकानंद चौक पर जब जलदाय मंत्री को ज्ञापन देने का दौर चल रहा था, तब इस दौरान ही भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता डॉ. शम्भू पंवार और भाजपा जिला महामंत्री राजेश दहिया के बीच जुबानी जंग छिड़ गई। मामला सिर्फ पेयजल संकट का नहीं था, मामला था प्रभाव और प्राथमिकता की राजनीति का।

वोट कांग्रेस को, पानी बीजेपी से?
विवाद की शुरुआत वार्ड 12 में जलसंकट को लेकर ज्ञापन देने के दौरान हुई, जब पूर्व पार्षद रविकांत शर्मा ने मंत्री को ज्ञापन देने वालों से कहा कि अगर आपकी बात खत्म हो गई हो, तो अब हमारी बात भी सुन लीजिए। जवाब में सामने से आया तीखा कटाक्ष -वोट तो कांग्रेस को देते हो, और काम करवाते हो बीजेपी से! बस फिर क्या था, माहौल गरमा गया।

ट्यूबवेल की राजनीति ने खोली सियासी परतें
मंत्री के समक्ष ही ही जिला महामंत्री दहिया पर आरोप जड़ दिए कि वार्ड 14 में ट्यूबवेल मंजूर कराने में उन्होंने पक्षपात किया। जलदाय विभाग के एईएन और जेईएन की नियुक्ति न होने को लेकर भी पंवार ने तीखे सवाल खड़े किए। जवाब में दहिया ने भी नपी-तुली प्रतिक्रिया देते हुए कहा- मैंने 12 ट्यूबवेल की सिफारिश की थी, तीन ही पास हुए। अगर मंत्री पास करते हैं, तो मुझे कोई ऐतराज नहीं।

मंत्री हल्के स्वरों में बोले: लगता है मैंने 150 किलोमीटर आकर गलती कर दी
इस दौरान खुद मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने भी हल्के-फुल्के अंदाज़ में कहा—लगता है मैंने 150 किलोमीटर आकर गलती कर दी।मगर कुछ भाजपाई इस पर भी चुप नहीं बैठे, उलटे तमतमाते हुए बोले—अगर पार्टी कार्यकर्ता अपनी बात मंत्री से नहीं कहेगा, तो फिर किससे कहेगा?

हाथापाई की नौबत, पुलिस और कार्यकर्ताओं ने बचाया माहौल
जुबानी जंग जब हाथापाई की कगार पर पहुंच गई, तब मंच पर मौजूद कार्यकर्ताओं और पुलिसकर्मियों ने स्थिति को संभाला। खुद जलदाय मंत्री और भाजपा जिलाध्यक्ष बनवारीलाल सैनी को बीच-बचाव करना पड़ा। कुछ देर के लिए रैली की गरिमा पूरी तरह धूमिल हो गई।

भाजपा की ‘घुटन’ अब सडक़ पर दिखने लगी है
दिन पहले झुंझुनूं में भाजपा प्रत्याशी और भाजपा विधायक के बीच विवाद को लेकर जग हसाई और अब झुंझुनूं के चिड़ावा कस्बे में मंत्री के समक्ष ही यह घटनाक्रम भाजपा के लिए एक चेतावनी की तरह है। जब पार्टी के मंत्री के सामने कार्यकर्ता और नेता भिड़ जाएं, तो यह साफ इशारा है कि संवाद और संतुलन की कमी पार्टी को नुकसान पहुंचा सकती है।

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