पटना
बिहार में अक्सर देखा जाता है कि सरकारी कार्यक्रम में स्वागत के लिए गुलदस्ता की जगह गमला दिया जाता है। ये एक पुरानी परंपरा है। लेकिन, सीएम नीतीश कुमार की गमला वापस करने की इस घटना ने लोगों का ध्यान खींचा है। सोमवार को पटना के ललित नारायण मिश्र संस्थान में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। जब डॉ. एस सिद्धार्थ ने उन्हें गमला भेंट किया, तो नीतीश कुमार ने तुरंत उस गमले को वापस उनके सिर पर रख दिया। इस घटना से वहां मौजूद लोग थोड़े हैरान रह गए। डॉ. एस सिद्धार्थ ने बिना किसी देरी के गमला लिया और पास खड़े एक कर्मचारी को दे दिया। ताकि बात आगे ना बढ़े।
नीतीश ने रखा एस सिद्धार्थ के माथे पर गमला
नीतीश कुमार का गमला वापस करने का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। लोग इस पर अपनी अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ लोग इसे मजाकिया अंदाज में ले रहे हैं, तो कुछ लोग इसे प्रोटोकॉल का उल्लंघन मान रहे हैं। फिलहाल, इस घटना ने बिहार की स्वागत परंपरा को एक बार फिर चर्चा में ला दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर अपनी हरकत से चर्चा में आ गए।
IAS सिद्धार्थ के साथ मंच पर क्या हुआ?
दरअसल, जब सीएम नीतीश मंच पर पहुंचे तो उनका स्वागत करने के लिए बिहार के कैबिनेट अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ एक गमला (पौधा वाला) लेकर स्वागत के लिए पहुंचे। फिर नीतीश कुमार ने वो गमला हाथ में लिया और बिना किसी झिझक के सीधे डॉ. एस. सिद्धार्थ के सिर पर रख दिया। मतलब, गमला लेने के बाद मुख्यमंत्री ने एस. सिद्धार्थ के माथे पर तपाक से गमला रख दिया। तब तक वहां मौजूद लोगों ने इस घटना को अपने कैमरे में कैद कर लिया।
सरकारी कार्यक्रम में पहुंचे थे सीएम नीतीश
दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ललित नारायण मिश्र आर्थिक विकास एवं सामाजिक परिवर्तन संस्थान में कई योजनाओं का शिलान्यास किया। उन्होंने 2.87 करोड़ रुपये के एनेक्सी भवन, 4.90 करोड़ रुपये के वार्डेन ब्लॉक और 5.33 करोड़ रुपये के स्टार्टअप ब्लॉक का शिलान्यास किया। कार्यक्रम में उन्होंने बिहार विश्वविद्यालय सेवा आयोग की ओर से चयनित 20 सहायक प्राध्यापकों को नियुक्ति पत्र भी दिए। संस्थान की स्थापना 1973 में सामाजिक-आर्थिक विकास के क्षेत्र में शोध के लिए की गई थी।
LNMIEDS में था सीएम नीतीश का कार्यक्रम
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ललित नारायण मिश्र आर्थिक विकास एवं सामाजिक परिवर्तन संस्थान में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने संस्थान में कई नई परियोजनाओं की शुरुआत की। इन परियोजनाओं में एनेक्सी भवन, वार्डेन ब्लॉक और स्टार्टअप ब्लॉक शामिल हैं। इन भवनों के निर्माण पर कुल 13.10 करोड़ रुपये की लागत आएगी। मुख्यमंत्री ने संस्थान के विभिन्न भागों का दौरा किया। उन्होंने वहां की व्यवस्थाओं और पढ़ाई-लिखाई के बारे में जानकारी ली। उन्होंने नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में दीप जलाकर शुरुआत की। इस कार्यक्रम में उन्होंने बिहार विश्वविद्यालय सेवा आयोग की ओर से चुने गए 20 सहायक प्राध्यापकों को नियुक्ति पत्र दिए।