mp corona latest update:मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है. फिलहाल, पूरे प्रदेश में कोविड के 123 से ज़्यादा मरीज मिले हैं. इनमें से अकेले इंदौर में 92 मरीज हैं. बाकी मरीज दूसरे शहरों के हैं. हैरान करने वाली बात यह है कि इस साल एमपी में कोरोना से यह तीसरी मौत हुई है. शुक्रवार को इंदौर में 16 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं, जिससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है.
इंदौर में 16 नए मरीज मिले स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप
मध्य प्रदेश में कोरोना के बढ़ते आंकड़ों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है. शुक्रवार को इंदौर में 16 नए कोरोना मरीज मिले, जिससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. हालांकि, सभी मरीजों की हालत ठीक है. किसी भी मरीज में घबराहट जैसी स्थिति नहीं है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा मिले नए मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री की जांच की जा रही है. साथ ही, इन मरीजों के संपर्क में आए लोगों के सैंपल भी लिए जा रहे हैं और टेस्टिंग के लिए भेजे जा रहे हैं. इन सैंपल को कोविड वेरिएंट का पता लगाने के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग हेतु भोपाल लैब भेजा जाएगा.
जानिए लेटेस्ट अपडेट होम आइसोलेशन और डिस्चार्ज की स्थिति
नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, 62 मरीज होम आइसोलेट हैं. जबकि शुक्रवार को 7 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया. वहीं, इंदौर में अब तक तीन कोरोना पॉजिटिव महिलाओं की मौत हो चुकी है. इनमें से एक इंदौर की, एक खरगोन की और एक रतलाम की हैं. बताया जा रहा है कि जिन मरीजों की मौत हुई है, उन्हें पहले से ही कई अन्य बीमारियां थीं, जिससे उनकी स्थिति ज़्यादा गंभीर हो गई थी.
स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर तैयारियां हो रही हैं तेज़
कोविड संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है. विभाग ने कोरोना से संबंधित तैयारियों की समीक्षा शुरू कर दी है. सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन सपोर्ट, बेड और स्टाफ की उपलब्धता देखी जा रही है. साथ ही, सैंपलिंग रूम में सैनिटाइजर रखने के साथ-साथ सतर्क रहने के निर्देश भी दिए गए हैं. यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी ज़रूरी इंतज़ाम मौजूद हों.
इन लोगों को रहना है ज़्यादा सतर्क JN.1 वेरिएंट का खतरा
जिन मरीजों में खांसी और जुकाम के लक्षण दिख रहे हैं, वे अपना कोरोना RTPCR टेस्ट करा सकते हैं. फिलहाल, भारत में सामने आ रहे कोविड मरीजों में कोरोना का JN.1 वेरिएंट सबसे ज़्यादा देखा जा रहा है. इसके अलावा, BA.2 (26%) और ओमिक्रॉन सबलाइनएज (20%) के मामले सामने आए हैं. जबकि WHO ने JN.1 को वेरिएंट ऑफ कंसर्न (Variant of Concern) माना है. इसका मतलब है कि इसके प्रति सतर्क रहने की ज़रूरत है. डॉक्टरों के अनुसार, जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) कमज़ोर है उन्हें सतर्क रहने की ज़रूरत है. इसके साथ ही बुज़ुर्ग मरीजों और गर्भवती महिलाओं को भी कोरोना से संबंधित सभी सावधानियां बरतने की ज़रूरत है.
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अस्वीकरण: यहाँ दी गई जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स और स्वास्थ्य विभाग के बयानों पर आधारित है. कोरोना वायरस और उसके वेरिएंट से संबंधित स्थिति लगातार बदल सकती है. नवीनतम और सटीक जानकारी के लिए कृपया स्वास्थ्य विभाग की आधिकारिक वेबसाइट और विश्वसनीय समाचार स्रोतों पर भरोसा करें.