अहमदाबाद:
गुजरात में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई। गुजरात पुलिस की एक महिला पुलिस इंस्पेक्टर ने न्याय के मंदिर यानी कोर्ट में जज के सामने ही वकील को थप्पड़ जड़ दिए। यह घटना वडोदरा जिला कोर्ट में सोमवार को हुई। वकील को थप्पड़ मारने के बाद महिला पुलिस इंस्पेक्टर को निलंबित करने की मांग हो रही है। वकीलों के बार संघ ने धमकी दी है कि अगर इस अधिकारी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई में उन्हें निलंबित नहीं किया गया तो वकील उग्र आंदोलन करेंगे। लेडी इंस्पेक्टर ने जिस वकील को थप्पड़ जड़े वह गुजरात हाईकोर्ट में वकालत करते हैं। एक विशेष मामले में पेश होने के लिए वह सोमवार को वडोदरा कोर्ट पहुंचे थे।
क्या था पूरा मामला?
वडोदरा के दिवालीपुरा कोर्ट परिसर में सोमवार को एक गंभीर घटना घटी। गोरवा थाने की सेकेंड महिला पीआई सीएच असोदरा एक मामले में आरोपी के साथ कोर्ट में पेश हुईं। इस दौरान पुलिस अधिकारी और अहमदाबाद के वकील शेख महमूद आदिल के बीच तीखी बहस हो गई, जिसके बाद मामला बढ़ गया। वकील ने इतने गंभीर आरोप लगाए हैं कि बहस के दौरान पीआई सीएच असोदरा ने उन्हें दो बार थप्पड़ मारे। यह घटना ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट ए के शाह की कोर्ट में हुई। कोर्ट में मौजूद जज साहब और उनका स्टॉफ इस घटना को देखता रह गया। वहां पर मौजूद दूसरे वकील और लोग भी सन्न रह गए। यह घटना कोर्ट परिसर में तेजी से फैल गई। इसके बाद कोर्ट में हंगामा शुरू हो गया।
नहीं हो पाई सुलह, थाने पर पहुंचा केस
महिला पीआई ने जिस वकील को थप्पड़ जड़े उनकी पहचना शेख महमूद आदिल के तौर पर हुई। वडोदरा वकील संघ ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। वकील संघ ने आरोपी पुलिस अधिकारी सीएच असोदरा को तत्काल निलंबित करने की मांग की है। बार संघ ने धमकी दी है कि अगर इस अधिकारी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई नहीं की गई और उन्हें निलंबित नहीं किया गया तो वकील उग्र आंदोलन करेंगे। इस घटना के कोर्ट परिसर में गहमागहमी बढ़ गई। इसको देखते हुए एहतियात के तौर पर 4 थानों के पीआई और एसीपी समेत स्टाफ कोर्ट पहुंचे। उन्होंने मामले को सुलझाने की कोशिश की गई, लेकिन बात नहीं बन पाई। पूरे मामले को अब अकोटा थाने में ट्रांसफर कर दिया गया है। कानून के जानकारों का कहना है कि इस मामले को जज कोई कार्रवाई नहीं कर सकते हैं। पुलिस ही इस मामले में एफआईआर दर्ज कर सकती है।