जौनपुर,
उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिला अस्पताल में शुक्रवार देर रात हड़कंप मच गया. करीब 12 से 15 की संख्या में किन्नर अस्पताल पहुंचकर जमकर हंगामा करने लगे. बताया जा रहा है कि किन्नरों ने अर्धनग्न होकर न सिर्फ इमरजेंसी वार्ड में मारपीट की, बल्कि स्टाफ पर अपनी मर्जी से मेडिकल रिपोर्ट तैयार करने का भी दबाव बनाया. स्थिति इतनी बिगड़ गई कि अस्पताल प्रबंधन को आपातकालीन सायरन बजाना पड़ा और पूरे परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया.
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार रात करीब 8:30 बजे एक किन्नर समूह अपने एक घायल साथी के साथ जिला अस्पताल पहुंचा. बताया गया कि उक्त किन्नर का ख्वाजा टोला क्षेत्र में जमीनी विवाद चल रहा था. इस दौरान उसके भाई को चोटें आई थीं, जिसके इलाज के लिए वे इमरजेंसी वार्ड पहुंचे. शुरुआत में स्टाफ इलाज के लिए तैयार था, लेकिन किन्नरों ने मेडिकल रिपोर्ट को लेकर मनमानी शुरू कर दी.
इसी दौरान अन्य किन्नर भी अस्पताल पहुंच गए और इमरजेंसी वार्ड में कपड़े उतारकर उत्पात मचाने लगे. उन्होंने स्टाफ को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. कई मेडिकल कर्मी घायल हो गए. मरीज और उनके परिजन डर के मारे वार्ड छोड़कर भागने लगे. पुलिस मौके पर मौजूद थी, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार वह मूकदर्शक बनी रही और स्थिति को नियंत्रित नहीं कर सकी.
डॉक्टर और पुलिस की प्रतिक्रिया
इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डॉ. पवन सिंह ने बताया कि किन्नरों का समूह इलाज के लिए पहुंचा था, लेकिन इलाज के दौरान ही उन्होंने रिपोर्ट को लेकर दबाव बनाना शुरू कर दिया. इसके बाद अचानक बड़ी संख्या में किन्नर अंदर घुस आए और मारपीट शुरू कर दी. डॉ. पवन ने आरोप लगाया कि पुलिस भी घटनास्थल पर मौजूद थी, लेकिन उसने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की.
वहीं, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मिथिलेश मिश्रा ने बताया कि घटना के संबंध में जमीनी विवाद से जुड़ी तहरीर प्राप्त हुई है. साथ ही जिला अस्पताल प्रशासन से भी बात की गई है. अस्पताल के सीएमएस द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा.
चांदनी किन्नर का पक्ष
विवाद में शामिल चांदनी किन्नर ने बताया कि ख्वाजा टोला में उसके घर को लेकर मिठाई लाल के बच्चों से विवाद चल रहा है. उसने आरोप लगाया कि उन लोगों ने उसके और उसके भाई के साथ मारपीट की. उसका कहना था कि वह सिर्फ अपने हिस्से की जमीन मांग रही थी, लेकिन बदले में उसके साथ ज्यादती की गई.