Waterfalls in Madhya Pradesh: आजकल प्यार करना तो आसान है, पर उसे निभाना बहुत मुश्किल। हर कोई चाहता है कि उसकी लव लाइफ अच्छी और खुशहाल रहे। लेकिन अक्सर देखा जाता है कि उनके बीच कोई तीसरा आ जाता है, जिससे रिश्ते में दरार पड़ जाती है। कई बार तो इस हालत में ब्रेकअप तक की नौबत आ जाती है। ऐसे में, प्रेमी और प्रेमिका दोनों ही डिप्रेशन के शिकार हो जाते हैं।
अगर तुम्हारा भी कहीं चक्कर चल रहा है और तुम अपने बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड को खोना नहीं चाहते हो, तो आज हम तुम्हें मध्य प्रदेश के एक ऐसे कुंड के बारे में बताने वाले हैं, जहाँ माना जाता है कि बस एक बार नहा लेने से प्रेमियों के बीच कभी कोई झगड़ा नहीं होता और वे हमेशा के लिए एक-दूसरे से जुड़ जाते हैं। चलो जानते हैं इस चमत्कारी कुंड के रहस्य…
जानो कहाँ है ये कुंड
असल में, जिस कुंड की हम बात कर रहे हैं, वो मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में स्थित है। इस कुंड का नाम है भदैया कुंड। इस कुंड को प्यार बढ़ाने वाले कुंड के नाम से भी जाना जाता है। इस कुंड के बारे में ऐसी मान्यता है कि जो भी प्रेमी जोड़ा इस कुंड में नहा लेता है, वो हमेशा के लिए एक-दूसरे का हो जाता है। इतना ही नहीं, उनकी जिंदगी में चाहे कितनी भी बड़ी परेशानी क्यों न आए, वो कभी एक-दूसरे का साथ नहीं छोड़ते। शिवपुरी जिले में स्थित भदैया कुंड का झरना इसी अनोखी खासियत के लिए मशहूर है।
जानो क्या है मान्यता
इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, इस कुंड के बारे में ऐसी मान्यता है कि यहाँ कभी दो प्रेमी जोड़े अपनी लव लाइफ से परेशान होकर तपस्या करने आए थे और उसके बाद उन्होंने ये वरदान मांगा कि आज से जो भी प्रेमी जोड़ा इस कुंड में नहाएगा, उसके प्रेम संबंधों में कभी कोई दिक्कत नहीं आएगी। तभी से ये माना जाता है कि जो भी प्यार में डूबा हुआ प्रेमी-प्रेमिका यहाँ आकर साथ में नहाते हैं, उनका प्यार हमेशा के लिए अमर हो जाता है।
जानो कब है जाने का सही समय
तुम्हें बता दें कि शिवपुरी जिले में स्थित इस भदैया कुंड में चट्टानों के बीच से पानी आता है। इस कुंड में पानी सिर्फ बरसात के महीनों में ही रहता है। बाकी समय यहाँ पानी की कमी रहती है। तुम्हें ये भी बता दें कि भदैया कुंड के पानी को ‘लव वाटर’ भी कहा जाता है और इसे पैक करके विदेशों में भी भेजा जाता है। इस कुंड के पानी के बारे में ऐसी भी मान्यता है कि जो भी जोड़ा इस पानी को पी लेता है, उनके बीच कभी कोई लड़ाई-झगड़ा नहीं होता।
**(अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और लोकप्रिय किंवदंतियों पर आधारित है। BHEL DAILY NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है। मेरा उद्देश्य केवल जानकारी देना है।)