नई दिल्ली
अरुणाचल के तवांग में भारत और चीनी सैनिकों के बीच झड़प पर लेकर अब सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है। शाह ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान चीन ने भारत की हजारों हेक्टेयर भूमि हड़प ली थी। उन्होंने कहा कि तवांग में चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प के दौरान भारतीय सैनिकों ने अदम्य वीरता का प्रदर्शन करते हुए उन्हें कुछ ही घंटों में बाहर खदेड़ दिया था।
शाह ने कहा, राजीव गांधी फाउंडेशन 2005- 2006-07 के वित्त वर्ष में 1 करोड़ 20 लाख का अनुदान हासिल किया। पूरी कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए गृह मंत्रालय ने इसका रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया है। यह राशि चीनी दूतावास से मिली थी। इस राशि का इस्तेमाल भारत चीनी संबंधों के विकास के शोध करने के लिए दिया गया है। शाह ने नेहरू काल पर सवालियां निशान लगाते हुए कहा कि 1962 में जो हजारों हेक्टेयर भूमि चीन ने हड़प ली थी क्या वह भारत के क्षेत्रफल में शामिल थी। नेहरू जी के कारण सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता बली चढ़ गई, क्या ये शोध का विषय बनाया था।
जिस वक्त गलवान के अंदर हमारे सेना के वीर जवान चीनियों से भिड़ रहे है थे, उस वक्त चीनी दूतावास के एक अधिकारी को कौन भेज दे रहा था। ये उनके शोध का विषय था। 2006 में चीन के दूतावास पूरे अरुणाचल पर दावा कर दिया था। 25 मई 2007 को चीन ने कांग्रेस के सीएम दोरजी खांडू को वीजा देने इनकार कर दिया था, कहा था कि अरुणाच 13 2009 में मनमोहन सिंह की अरुणाचल यात्रा पर चीन ने आपत्ति जताई। 2010 में कश्मीर के लोगों को स्टेपल वीजा जारी करनना शुरू की। 2011 में कांग्रेस सरकार ने चीन की धमकी के बाद रोड और आधारभूत निर्माण डेंगचोक में रोक दिया।
कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि दोहरा, दोगला रवैया जनता के सामने नहीं चलता है। जनता देख रही है, उसका एफसीआरए रजिस्ट्रेशन समाप्त किया गया है। कांग्रेस के समय में ही हजारों किलोमीटर भूमि हड़प ली गई है। जनता इन सभी विषयों को जानती है। ये बीजेपी की सरकार है मोदी इसके पीएम है जबतक बीजेपी की मोदी सरकार चल रही है एक इंच जमीन पर भी कोई कब्जा नहीं कर सकता है। 8-9 की दरम्यानी रात को सेना के जवानों ने वीरता दिखाई है कि उसकी प्रशंसा करता हूं। घुसे सैनिकों को कुछ ही घंटे में भगा दिया।