पटना,
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की हालिया परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों ने पटना सहित राज्य के कई हिस्सों में रेल और सड़क यातायात बाधित कर दिया. निर्दलीय सांसद पप्पू यादव और वामपंथी छात्र संगठनों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक पटना में सचिवालय हाल्ट रेलवे स्टेशन पर सुबह प्रदर्शनकारियों ने ट्रैक पर बैठकर बक्सर-फतुहा यात्री ट्रेन को करीब 20 मिनट तक रोके रखा. सांसद पप्पू यादव और उनके समर्थकों ने पटना, अररिया, पूर्णिया और मुजफ्फरपुर में सड़कों पर टायर जलाकर यातायात रोक दिया.
रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चंद्रा ने बताया कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ रेलवे पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. पटना पुलिस ने कांग्रेस और वाम दलों के विधायकों, जिनमें शकील अहमद, गोपाल रविदास, महबूब आलम, सूर्यकांत पासवान, और अन्य नेता शामिल हैं, उनके खिलाफ यातायात बाधित करने और कानून-व्यवस्था भंग करने के आरोप में मामला दर्ज किया है.
आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं प्रशांत किशोर
वहीं दूसरी तरफ जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने 70वीं बीपीएससी परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर गांधी मैदान में अनशन शुरू कर दिया है. प्रशासन ने इसे “अवैध” करार देते हुए उन्हें अनशन स्थल को बदलने का आग्रह किया, लेकिन पीके ने ऐसा करने से इनकार कर दिया. किशोर ने कहा, ‘मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को छात्रों की शिकायतें सुननी चाहिए, जो भी छात्र तय करेंगे, मैं वही करूंगा.’
दोबारा परीक्षा की तैयारी
13 दिसंबर को आयोजित बीपीएससी की परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक के आरोपों के बाद बीपीएससी ने 12,000 छात्रों के लिए 4 जनवरी को फिर से परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया है जिसके लिए जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है.
पप्पू यादव ने सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
एफआईआर दर्ज होने के बाद पप्पू यादव ने सरकार और बीपीएससी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि इस पेपर लीक में बड़े लोगों की मिलीभगत है. उन्होंने किसानों के आंदोलन से प्रेरणा लेने की बात कही और छात्रों से लंबी लड़ाई के लिए तैयार रहने का आह्वान किया.
छात्रों के प्रदर्शन को राजनीतिक दलों का समर्थन
राज्यभर में वामपंथी दलों ने 6 जनवरी को राज्यव्यापी प्रदर्शन करने की घोषणा की है. इसके अलावा, भारतीय युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मशाल जुलूस निकाला और छात्रों के समर्थन में अपना विरोध दर्ज कराया.