कानपुर,
गुजरात के पोरबंदर में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हुए कानपुर के पायलट सुधीर यादव को बुधवार को बिठूर घाट पर पूरे सैनिक सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. इस दौरान एयरफोर्स के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर श्रद्धांजलि अर्पित की. मंगलवार को सुधीर की बॉडी उनके पैतृक गांव शिवली लाया गया था. जहां हजारों ग्रामीणों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. गांव में उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री राकेश सचान और राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने भी मौके पर पहुंची और श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद शव को एयरफोर्स की सुरक्षा में बिठूर घाट लाया गया.
पायलट को पूरे सैनिक सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई
अंतिम संस्कार के दौरान पायलट सुधीर के पिता नवाब सिंह यादव, जो स्वयं एक पूर्व सैनिक हैं, उन्होंने कहा कि हमारा पूरा परिवार देश सेवा के लिए समर्पित है. लेकिन सरकार को यह समझने की जरूरत है कि 4 साल की अग्निवीर योजना में कौन अपने बच्चों को सेना में भेजेगा. सैनिक को यह भरोसा होना चाहिए कि अगर उसे कुछ हो जाता है, तो उसके परिवार का भविष्य सुरक्षित होगा.
शहीद पायलट के पिता ने अग्निवीर योजना पर सवाल उठाए
बता दें, सुधीर यादव रविवार को हेलीकॉप्टर हादसे में अपने दो सहयोगियों के साथ शहीद हो गए थे. उनकी पत्नी जज हैं, जबकि परिवार के अन्य सदस्य भी सेना और एयरफोर्स में सेवाएं दे रहे हैं. बिठूर घाट पर हर आंख नम थी और सभी ने शहीद पायलट को नम आंखों से अंतिम विदाई दी. मृतक पायलट की पत्नी आवृत्ति ने अपने पति के पार्थिव शरीर के पास चिट्ठी रखी और कहा- सुधीर इसे जरूर पढ़ना. तुमने सर्विस के लिए जो किया, उसके लिए हमें तुम पर गर्व है.