— आशीष शर्मा पत्रकार अनादि टीवी न्यूज़ चैनल
बैरसिया।
बैरसिया नगर और उसके आसपास के क्षेत्र में समाजसेवा की मिसाल पेश करने वाले दीपक दुबे न केवल एक वरिष्ठ समाजसेवी हैं, बल्कि सर्व ब्राह्मण परिषद के संरक्षक के रूप में भी अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। अपने कार्यों और सेवा भाव से उन्होंने समाज में एक अलग पहचान बनाई है।
जब महामारी के दौरान पूरा देश भयभीत था और लोग अपने घरों में बंद रहने को मजबूर थे, उस कठिन समय में दीपक दुबे ने अपनी जान की परवाह किए बिना गरीबों, मजदूरों और जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे बढ़कर कार्य किया। उन्होंने भोजन, राशन और आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई, जिससे सैकड़ों परिवारों को राहत मिली। उनकी इस निस्वार्थ सेवा को मध्य प्रदेश शासन द्वारा भी सम्मानित किया गया।
अनाथ आश्रम और जरूरतमंदों के लिए निरंतर सेवा
दीपक दुबे समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए कार्यरत रहते हैं। अनाथालयों में सहयोग, जरूरतमंदों को कपड़े, भोजन और अन्य आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराना उनके नियमित कार्यों में शामिल है। ठंड के दिनों में वे फुटपाथ पर रहने वाले गरीबों को गर्म कपड़े और कंबल वितरित करने का कार्य भी करते हैं। इसके अलावा, वे कई एनजीओ के माध्यम से भी सामाजिक कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं।
सामाजिक और धार्मिक संगठनों से गहरा जुड़ाव
दीपक दुबे कई सामाजिक और धार्मिक संगठनों से जुड़े हुए हैं और हर आयोजन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। चाहे कोई धार्मिक उत्सव हो या सामाजिक पहल, वे हमेशा अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हैं और हर जरूरतमंद के साथ खड़े रहते हैं।
व्यवसाय और समाज सेवा का अद्भुत संतुलन
अपने समाज सेवा कार्यों के साथ-साथ दीपक दुबे एक सफल व्यवसायी भी हैं। श्रद्धा इंडियन गैस एजेंसी के माध्यम से वे बैरसिया ग्रामीण और नगर क्षेत्र के लोगों को सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। अपने व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद वे समाज सेवा के लिए समय निकालते हैं और समाज के हित में कार्य करने में कभी पीछे नहीं हटते।
सम्मान और प्रेरणा
दीपक दुबे को उनकी समाजसेवा और उत्कृष्ट कार्यों के लिए कई पुरस्कारों से नवाजा गया है। उनके सरल, सहज और परोपकारी स्वभाव से हर कोई प्रभावित होता है। उनकी कार्यशैली हर व्यक्ति को कर्तव्यनिष्ठा और सेवा भाव की प्रेरणा देती है।
समाज के लिए प्रेरणास्त्रोत
दीपक दुबे की निस्वार्थ सेवा और समाज उत्थान के प्रति उनका समर्पण हर व्यक्ति के लिए एक प्रेरणा है। उनका जीवन दर्शाता है कि अगर इच्छाशक्ति और सेवा का जज़्बा हो तो कोई भी व्यक्ति समाज में बदलाव ला सकता है। उनके प्रयासों से न केवल बैरसिया नगर, बल्कि पूरे समाज को एक नई दिशा और ऊर्जा मिली है। उनका यह परोपकारी कार्य समाज के हर व्यक्ति को प्रेरित करता है कि वे भी समाज सेवा और जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आएं और मानवता के इस पुनीत कार्य में अपना योगदान दें।