इस्लामाबाद
भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक चला सैन्य टकराव युद्धविराम के बाद खत्म हो चुका है। दोनों पक्षों ने 10 मई को एक दूसरे पर जमीन, आसमान और पानी से हमले रोकने पर सहमति जताई। संघर्ष विराम की घोषणा को पांच दिन बीत चुके हैं, लेकिन पाकिस्तानी अभी तक इसके सदमे में उबर नहीं पा रहे हैं। भारत के खिलाफ जहर उगलने वाला पाकिस्तानी सेना का पिठ्ठू जैद हामिद तो भारत के हमले को याद कर कैमरे पर ही रोने लगा।
लाल टोपी के नाम से मशहूर जैद हामिद ने दावा किया कि भारत के हमले के दौरान पाकिस्तान को बचाने के लिए पैगम्बर मोहम्मद और रूहानी ताकतें आ गई थीं। हामिद ने कहा कि हमने 1965 और 1971 की जंग में सुना था कि रूहानी ताकतें, बाबे, रसूल अल्लाह (पैगंबर मोहम्मद) ये सब रूहानी तौर पर पाकिस्तान की हिफाजत करने के लिए आए थे।
हमले को याद कर रोने लगा जैद हामिद
इसके बाद उसने कहा कि इस छोटी सी झड़प में भी कई लोगों ने अपने ख्वाब भेजे कि उन्होंने रसूल अल्लाह को पाकिस्तान की तरफ जाते देखा। हामिद ने रोते हुए कहा कि उसे एक बच्चे ने अपने सपने के बारे में बताया और कहा कि उसने पैगंबर को देखा, वो पाकिस्तान की बैलिस्टिक मिसाइलों की निगरानी कर रहे थे। लाल टोपी ने कहा कि उसे बच्चे के झूठ बोलने की कोई वजह नजर नहीं आती।
भारत के हमले से घबराया था पाकिस्तान
भारत ने 6-7 मई की तहत ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था। भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पीओके के अंदर मौजूद 9 ठिकानों पर हमला करते हुए आतंकवादियों के लॉन्च पैड तबाह कर दिए थे। इस हमले में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे। इसके बाद 8, 9 और 10 मई को पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य अड्डों पर हमला करने की नाकाम कोशिश की। भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान में कहर बरपा दिया। भारतीय मिसाइलों ने पाकिस्तान के 11 एयरबेस को निशाना बनाया। लाहौर में पाकिस्तान की चीनी मेड एयर डिफेंस तबाह कर दिया गया। भारत के हमले से घबराया पाकिस्तान दुनियाभर में संघर्ष विराम के लिए गुहार लगाने लगा, जिसके बाद 10 मई को दोनों पक्षों ने हमले रोकने पर सहमति जताई।