बुमराह को लेकर गंभीर का बड़ा अपडेट फैन्स को लगा झटका,हेडिंग्ले में मिली करारी हार के बाद, टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को एक और बड़ा झटका दिया है. जसप्रीत बुमराह को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिए गए अपडेट से हर क्रिकेट प्रेमी निराश है. इसके साथ ही, नए टेस्ट कप्तान शुभमन गिल की भी टेंशन बढ़ गई है.
हेडिंग्ले टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ मिली हार के बाद, टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जसप्रीत बुमराह के वर्कलोड को लेकर एक बड़ा अपडेट दिया है. गंभीर ने बताया कि बुमराह इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले सभी पाँच टेस्ट मैच नहीं खेलेंगे. कोच ने साफ़ किया कि जस्सी सिर्फ़ 3 टेस्ट मैचों में ही भारतीय टीम का हिस्सा होंगे, जबकि भारतीय टीम उनके बिना 2 मैच खेलेगी.
यह ख़बर क्रिकेट प्रेमियों के लिए किसी झटके से कम नहीं है, क्योंकि पहले टेस्ट में बुमराह ही एकमात्र ऐसे गेंदबाज़ थे जो कुछ हद तक लय में नज़र आ रहे थे. जस्सी ने पहली पारी में पाँच विकेट भी लिए थे. बुमराह को छोड़कर बाकी गेंदबाज़ विकेट लेना तो दूर, रन भी कंट्रोल नहीं कर पाए. हालांकि, गंभीर ने यह साफ़ नहीं किया है कि बुमराह बाकी बचे 4 टेस्ट मैचों में से किन दो मैचों का हिस्सा नहीं होंगे.
भारतीय गेंदबाज़ विकेटों के लिए तरसे कप्तान गिल की बढ़ी चिंता
पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड का प्रदर्शन ज़बरदस्त रहा. इंग्लिश टीम ने भारत द्वारा दिए गए 371 रनों के लक्ष्य को सिर्फ़ 5 विकेट खोकर हासिल कर लिया. चौथी पारी में भारतीय गेंदबाज़ विकेटों के लिए तरसते दिखे. टीम इंडिया को अपना पहला विकेट 42 ओवर के बाद मिला.
जैक क्राउले और बेन डकेट ने पहले विकेट के लिए 188 रनों की साझेदारी की. क्राउले-डकेट की इस पार्टनरशिप ने टीम इंडिया को मैच से पूरी तरह बाहर कर दिया. बुमराह ने 19 ओवर फेंके, लेकिन उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला. वहीं, सिराज का झोली भी खाली ही रहा. इस तरह की गेंदबाज़ी ने नए टेस्ट कप्तान शुभमन गिल की चिंताएं बढ़ा दी हैं, क्योंकि आने वाले मैचों में उन्हें टीम के प्रदर्शन को सुधारना होगा.
148 साल के इतिहास का सबसे शर्मनाक रिकॉर्ड
यह टेस्ट क्रिकेट के 148 साल के इतिहास में पहली बार हुआ है कि बल्लेबाज़ों के पाँच शतक लगाने के बावजूद किसी टीम को हार का सामना करना पड़ा हो. यह शर्मनाक रिकॉर्ड अब टीम इंडिया के नाम दर्ज़ हो गया है. भारतीय बल्लेबाज़ों ने तो स्कोरबोर्ड पर रन बनाए, लेकिन गेंदबाज़ उन्हें बचाने में नाकाम रहे, ख़ासकर चौथी पारी में. यह हार न सिर्फ़ स्कोरबोर्ड पर दर्ज हुई है, बल्कि भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक कड़वा अध्याय भी जोड़ गई है.
आगे क्या? गंभीर और टीम के सामने चुनौतियाँ
अब टीम इंडिया के सामने बड़ी चुनौतियाँ हैं. एक तरफ़ बुमराह का वर्कलोड मैनेजमेंट है, तो दूसरी तरफ़ बाकी गेंदबाज़ों को अपनी लय हासिल करनी है. गौतम गंभीर को जल्द से जल्द इन कमियों को दूर करना होगा, ताकि आने वाले मैचों में टीम बेहतर प्रदर्शन कर सके. कप्तान शुभमन गिल को भी अपने गेंदबाज़ों से बेहतर प्रदर्शन निकालने के लिए रणनीति बनानी होगी. फैन्स भी उम्मीद कर रहे हैं कि टीम इंडिया इस हार से सीख लेगी और अगले टेस्ट मैचों में धमाकेदार वापसी करेगी.
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डिस्क्लेमर: यह ख़बर मीडिया रिपोर्ट्स और प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी गई जानकारी पर आधारित है. क्रिकेट मैचों के परिणाम और खिलाड़ियों की उपलब्धता में बदलाव हो सकता है. इस लेख का उद्देश्य केवल सूचना प्रदान करना है.