Kaalchakra: साल 2025 का ग्यारहवाँ महीना, नवंबर (November 2025) शुरू हो चुका है, और ज्योतिषीय दृष्टि से यह महीना बेहद महत्वपूर्ण है. ग्रहों की चाल में होने वाले बदलाव सभी 12 राशियों के जीवन में शुभ और अशुभ, दोनों तरह के प्रभाव डालेंगे. इस महीने सूर्य, चंद्र, शुक्र और बुध का राशि परिवर्तन होगा, जबकि गुरु (बृहस्पति) और बुध वक्री (Retrograde) रहेंगे और शनि मार्गी (Direct) रहेंगे.
प्रश्न कुंडली विशेषज्ञ पंडित सुरेश पांडे आज के ‘कालचक्र’ में बता रहे हैं कि नवंबर 2025 में किस राशि को किन ग्रहों का साथ मिलेगा और किन ग्रहों के कारण चुनौतियाँ आ सकती हैं.
1. मेष राशि पर सूर्य का अशुभ प्रभाव (16 नवंबर तक)
मेष राशि वालों के लिए, नवंबर का पहला पखवाड़ा (First half) चुनौतीपूर्ण रह सकता है.
- सूर्य की स्थिति: 16 नवंबर, 2025 तक सूर्य आपकी कुंडली के सातवें भाव (Seventh House) यानी तुला राशि में रहेंगे, जो सूर्य की नीच राशि है.
- नुकसान: इस दौरान आपके सामाजिक मान-सम्मान (Social Respect) और आत्मविश्वास (Self-Confidence) में कमी आ सकती है.
- रिश्तों पर असर: आपके रिश्तों पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.
2. महीने के दूसरे भाग में तनाव वृद्धि
16 नवंबर के बाद, मेष राशि के जातकों को अपने जीवन में कुछ बड़े बदलावों का सामना करना पड़ सकता है, जिससे तनाव बढ़ सकता है.
- कार्यस्थल पर गलतफहमियाँ: नौकरीपेशा लोगों को अपने सहकर्मियों (Colleagues) के साथ काम पर गलतफहमियों (Misunderstandings) का सामना करना पड़ सकता है.
- दांपत्य जीवन में संघर्ष: विवाहित व्यक्तियों को अपने जीवनसाथी के साथ संघर्ष (Conflicts) या मनमुटाव का सामना करना पड़ सकता है.
- कमजोर इम्यूनिटी: इस दौरान मेष राशि वालों की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) भी कमजोर हो सकती है, जिससे स्वास्थ्य का ध्यान रखना ज़रूरी होगा.
3. मंगल भी नहीं देंगे साथ, बढ़ेगा अस्थिरता का खतरा
इस महीने, आपकी राशि के स्वामी मंगल (Mars) भी आपके पक्ष में नहीं रहेंगे, जिससे आपके जीवन में अस्थिरता (Instability) बढ़ सकती है.
- क्रोध और ब्लड प्रेशर: आपको छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आ सकता है, जिसके कारण रक्तचाप (Blood Pressure) में उतार-चढ़ाव (Fluctuations) देखने को मिल सकते हैं.
- चोट लगने की संभावना: पंडित जी सलाह देते हैं कि इस दौरान जल्दबाजी में कोई भी काम न करें, क्योंकि चोट लगने (Injuring) की प्रबल संभावना है. आपको धैर्य से काम लेना चाहिए.

