भोपाल ।
रायसेन रोड सज्जन सिंह नगर स्थित एनआरआई संस्थान में लक्ष्मी पद्मावती वेंकटेंश बालाजी हनुमान एवं गरूण मंदिर के प्रांगण में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले ब्रह्मोत्सव का आज दूसरा दिन था। सुबह सें ही श्रद्वालुगण मंदिर प्रांगण जय श्रीमननारायण कें उद्घघोष लगाते हुअे बहुत उत्साहित थें। ब्रह्मोत्सव के दुसरे दिन गुरूवार को सुबह 9 बजे से सुप्रभात सेवा के बाद भगवान बालाजी कों भोग लगाया गया। उत्सव की शुरूवात करने के लिये भगवान गरुण की आकृति वाले ध्वज की पुजा की गई। ध्वजारोहण अर्थात गरुड़ ध्वज फहराना ब्रह्मोत्सव के आरंभ का संकेत है।
यह मंदिर परिसर के अंदर ध्वजास्तंभम में किया जाता है। मंदिर के संरक्षक डी. सुबोध सिंह, श्रीमति जयश्री सिंह व पुजारियों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ ध्वज जिस पर गरुड़ का चित्र अंकित होता है फहराया गया ऐसा माना जाता है कि गरुड़ ब्रह्मा, इंद्र, यम, अग्नि, कुबेर, और वायुदेव जैसे देवताओं और वशिष्ठ एवं विश्वामित्र जैसे ऋषियों को आमंत्रित करने देवलोक जाते हैं। यह ध्वज अब अगले तीन दिनो तक लगा रहेगा व ब्रह्मोत्सव की समाप्ती पर इसे उतारा जायेगा।

शेषवाहन पर सवार भगवान वेंकटेश्वर की शोभायात्रा मंदिर के प्रांगण मे धुमायी गई। शेष का अर्थ है सेवा करना। आदि शेष एक हज़ार सिरों वाला सर्प है जिस पर भगवान श्री महाविष्णु अपने धाम वैकुंठ में विश्राम करते हैं। ब्रह्मोत्सव के पहले दो दिनों में भगवान बालाजी को शेषवाहन पर सवार होकर मंदिर प्रांगण मे शोभायात्रा में ले जाया जाता है।भगवान वेंकटेश्वर शेषवाहन पर सवार होकर यज्ञशाला पहुचे जहॉ उनकी स्थापना की गई। यज्ञशाला के चारो द्वार की पुजा कर अग्नि प्रतिष्ठा की गई। व भगवान बालाजी के सामने मूलमंत्र हवन किया गया। माता लक्ष्मी का नो कलशो से अभिषेक किया गया जिसमे माता लक्ष्मी को दूध, दही, पंचामृत व पवित्र जल से स्नान कराया गया।
शाम को 6 बजे विष्णुसहस्त्रनामपरायणम का पाठ किया गया व उसके बाद बालाजी महाराज की विवाह बारात गाजे बाजे के साथ पालकी के रुप मे मंदिर के प्रांगण से आंनद नगर तक निकली। भक्तगण बारात मे नाचते हुये चल रहे थे। भगवान बालाजी के विशेष श्रंगार ने भक्तो का मन मोह लिया। बाद मे पूर्णाहुति आयोजित की गई व प्रसाद वितरण किया गया।
ब्रह्मोत्सव के तीसरे दिन शुक्रवार को सुबह 9 बजे से शांति पाठ, गोदा माता का पंचाअमृतम से अभिषेक व श्रंगार किया जायेगा। उसके पश्चात पूर्णाहुति बलिहरणम आयोजित की जायेगी। शाम को 5 बजे श्रीदेवी, भूदेवी के साथ बालाजी महाराज का कल्याणम अर्थात विवाह उत्सव संपन्न होगा।

