नई दिल्ली।
जस्टिस सूर्यकांत ने आज भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में शपथ ग्रहण की। राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें शपथ दिलाई। वह सीजेआई डी.वाई. चंद्रचूड़ के बाद सीजेआई बी.आर. गवई की जगह यह जिम्मेदारी संभालेंगे। शपथ लेने के बाद जस्टिस सूर्यकांत ने अपने माता-पिता के चरण छूकर आशीर्वाद लिया। समारोह में उनके परिवार के लोग भी मौजूद रहे। इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बनने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्रियों सहित कई देशों के मुख्य न्यायाधीश भी उपस्थित थे। समारोह के बाद सीजेआई सूर्यकांत ने प्रधानमंत्री मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। वह पूर्व सीजेआई गवई से भी गले मिले।
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15 महीने का कार्यकाल जस्टिस सूर्यकांत का कार्यकाल लगभग 15 महीनों का होगा। वह 9 फरवरी 2027 को सेवानिवृत्त होंगे। कैसे बने अगले CJI निर्वतमान सीजेआई बी.आर. गवई ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 124(2) के तहत जस्टिस सूर्यकांत का नाम आगे बढ़ाया था। राष्ट्रपति ने उनकी नियुक्ति को मंजूरी दी, जिसके बाद वह देश के 53वें CJI बने।
