भोपाल।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कुपोषण को पूरी तरह समाप्त करने के लिए एक व्यापक और मजबूत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा कि अगले तीन साल के भीतर प्रदेश को कुपोषण मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है और इस अभियान में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अधिकारियों के साथ हुई बैठक में मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि ट्रैकिंग सिस्टम और फीडिंग प्रक्रिया को मजबूत किया जाएगा, ताकि कुपोषित बच्चों की पहचान और सहायता तेजी से हो सके। उन्होंने कहा कि योजना के हर चरण में सीनियर अधिकारियों की जिम्मेदारी तय होगी और जमीनी स्तर पर निगरानी बढ़ाई जाएगी।
मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए मुख्य निर्देश कुपोषण समाप्त करने के लिए फुल-प्रूफ एक्शन प्लान तैयार किया जाए। पोषण कार्यक्रमों में पारदर्शिता और मॉनिटरिंग को और मजबूत किया जाए। ग्राम स्तर पर सर्वे व डेटा अपडेट की प्रक्रिया तेज की जाए।गंभीर कुपोषित बच्चों को तुरंत चिकित्सा व पोषण सहायता दी जाए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि “टारगेट फिक्स है—तीन साल में कुपोषण का नामोनिशान खत्म होना चाहिए।
