भोपाल।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अपने दो वर्ष के कार्यकाल के मूल्यांकन की तैयारी में जुट गए हैं। मंत्रियों और विभागों की परफॉर्मेंस समीक्षा का दौर शुरू हो रहा है, जो एक सप्ताह तक चलेगा। सीएम प्रत्येक मंत्री के दो साल की उपलब्धियों, कमियों और चुनौतियों की समीक्षा करेंगे। इसको लेकर कांग्रेस ने मुख्यमंत्री से सवाल पूछा है। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने समीक्षा को महज दिखावा बताते हुए कहा कि सीएम के पास 13 विभाग उनकी समीक्षा कौन करेगा। पटवारी ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री का एक बयान सामने आया कि विभागों की और मंत्रियों की समीक्षा होगी। यह अच्छी बात है। यह समझना होगा मुख्यमंत्री को की उनके पास 13 विभाग हैं। इनकी समीक्षा कौन करेगा।
सबसे महत्वपूर्ण गृह विभाग का जिम्मा भी सीएम के पास है। ऐसे में यह समीक्षा महज खानापूर्ति के सिवाए कुछ नहीं है। पटवारी ने कहा कि कृषि विभाग में नकली बीज, फसल बीमा घोटाला के मामले सुर्खियों में रहे। ईओडब्ल्यू की जांच चल रही है, लेकिन कार्रवाई किसी पर नहीं हुई। स्कूल शिक्षा विभाग में बच्चे कम हो गए और बजट बढ़ गया। पहले जहां 7 हजार करोड़ बजट था, वहीं अब 37 हजार करोड़ का हो गया। यह भ्रष्टाचार नहीं है क्या शिक्षा मंत्री के पास ही परिवहन विभाग है। टोल बंद होने के बाद भी अवैध वसूली का दौर जारी है। फिर भी कोई एक्शन नहीं लिया गया।
पीसीसी चीफ ने कहा कि पंचायत विभाग में पोषण आहार घोटाला करने वाले मंत्रालय के मंत्री हैं। प्रहलाद पटेल | क्या सीएम इनसे विभाग के संबंध में पूछ सकेंगे। नर्सिंग घोटाले के तहत विश्वास सारंग के पीए के मोबाइल की जांच नहीं कराई गई हजारों बच्चे परेशान हो रहे हैं।
