भोपाल।
मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के रूप में उमंग सिंगार के कार्यकाल के दो वर्ष पूर्ण हो गए हैं। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बीते दो वर्षों में उन्होंने एक जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभाते हुए जनता से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाया और सरकार को जवाबदेह बनाने का निरंतर प्रयास किया। उमंग सिंगार ने कहा कि इस अवधि में कांग्रेस ने हजारों करोड़ रुपये के नल-जल घोटाले, मजदूरों से जुड़े मुद्दे, आरक्षक भर्ती में अनियमितताएं, प्रदेश की बदहाल स्थिति, आदिवासियों की जमीनों व पदों से जुड़े प्रकरण, दलितों और महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार, कुपोषण, किसानों की खाद की किल्लत एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी), ओबीसी आरक्षण, कफ सिरप से मासूम बच्चों की मौत, स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली, स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी तथा बिगड़ती कानून-व्यवस्था जैसे गंभीर विषयों को मजबूती से उठाया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने न केवल प्रदेशव्यापी मुद्दों पर सरकार को घेरा, बल्कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से जुड़े स्थानीय एवं जनहित के विषयों को भी विधायक दल के साथ सदन में प्रभावी ढंग से रखा। सरकार को जगाने के उद्देश्य से विधानसभा परिसर में प्रत्येक सत्र के दौरान विभिन्न मुद्दों पर सांकेतिक प्रदर्शन कर जनता की पीड़ा को प्रतीकात्मक रूप से भी सामने रखा गया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने मुझ पर विश्वास कर यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है, जिसे मैं ईश्वर को साक्षी मानकर पूरी निष्ठा, ईमानदारी और निस्वार्थ भाव से निभाता आया हूं और आगे भी निभाता रहूंगा।
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उन्होंने कहा कि बीते दो वर्षों में मेरा हर कदम जनता के हक, सम्मान और न्याय के लिए समर्पित रहा है। विधानसभा से लेकर सड़क तक किसान, युवा, आदिवासी, महिलाएं, मजदूर, व्यापारी—हर वर्ग और हर क्षेत्र की आवाज को मजबूती से उठाया गया है।
