भोपाल
भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) जैसी महारत्न कंपनी की पहले परंपरा यह रही की दिल्ली कॉरर्पोरेट के चेयरमेन हो या डायरेक्टर बहुत कम ही 5 साल तक नौकरी कर पाये हैं ज्यादातर 2 या 3 साल में ही नौकरी कर कंपनी को अलविदा कहते रहे । पिछले कुछ सालों से यह देखने को मिल रहा है कि भेल के चेयरमेन व सीएमडी भले ही रेलवे से इस महारत्न कंपनी में आये हों लेकिन पूरे 5 साल के लिये । हाल ही में नये डायरेक्टर मानाव संसाधन भी रेल से भेल में आये लेकिन पूरे 5 साल के लिये यूं तो वह युवा हैं और 2033 में रिटायर होंगे चाहें तो पूरे 5 साल बाद एक्सटेंंशन भी मिल सकता है । इससे कंपनी को आगे बढ़ाने में काफी फायदा मिलेगा । पिछल साल ही सीएमडी साहब ने कंपनी को प्राफिट में लाकर खड़ा कर दिया अब नये डायरेक्टर कंपनी में अपने प्रशासनिक अनुभव का जलवा दिखायेंगे। उन्होंने टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंस में एमबीए व सीएस किया है । मुबंई के रहने वाले यह सेंंट्रल रेलवे में चीफ पर्सनल आफिसर (ए) साफ जाहिर है कि लोगों को उनके काफी उम्मीदें हैं ।