भोपाल
भेल की बीएचईई थ्रिफ्ट एंड के्रडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी के चुनाव इसी माह संपन्न हो गये । जीत के बाद नव निर्वाचित संचालक मंडल प्रबंध कार्यकारिणी का भी गठन कर लिया गया लेकिन जिस भेल की दम पर यह संस्था चल रही है उसके मुखिया से पदाधिकारियों ने मुलाकात करने की जरूरत नहीं समझी । आज भेल कर्मी इस बात की चर्चा करते नजर आ रहे हैं कि थ्रिफ्ट के चुनाव में लगातार 10 माह तक संस्था में राजनीतिकरण खत्म करने का वादा कर चुनाव जीतकर आये एक पैनल के लोगों ने इस सब से हटकर एक विधायक से मुलाकात करना जरूरी समझा । यह सच है कि पिछले सत्ताधारी पक्ष ने संस्था में राजनैतिक हस्तक्षेप किया था इसी के चलते उनमें इस चुनाव में दो फाड़ हो गये । संस्था में राजनैतिक हस्तक्षेप न हो इसी मुद्दे को भुनाकर संस्था में काबिज तो हो गये लेकिन जो कभी विधायक के बंगले पर नहीं चढ़ते थे वह भी इनके एक नेता के कहने पर जा पहुंचे । इसको लेकर भेल कर्मचारियों में यह नाराजगी देखी जा रही है कि आखिर भेल के मुखिया से इस संस्था के पदाधिकारियों ने भेंट करने की जरूरत ही नहीं समझी हां यह जरूर है कि कोई डायरेक्टर व्यक्तिगत मुलाकात करने जा पहुंचे थे ।