भोपाल
विशेष संवाद कार्यक्रम में बालिकाओं को आत्म-सुरक्षा, मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य, और डिजिटल सतर्कता के विषयों पर प्रशिक्षित एवं जागरूक किया गया। इस अवसर पर उपस्थित छात्राओं एवं महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि “मातृशक्ति न केवल परिवार की रीढ़ होती है, बल्कि समाज और राष्ट्र की शक्ति का मूल आधार भी है। भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में महिला शक्ति की भूमिका निर्णायक है। इसके लिए महिलाओं का मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहना आवश्यक है।”
कार्यक्रम में यह भी बताया कि आज की डिजिटल दुनिया में दोस्ती करने से पहले सतर्क रहना जरूरी है। सोशल मीडिया पर हर किसी से दोस्ती न बनाएं। अपने सपनों को पूरा करने के लिए अच्छी पढ़ाई और खेल की जरूर होती है । कोई भी विपत्ति, तनाव या असहज स्थिति आने पर माता-पिता, शिक्षकों या अच्छे मित्रों से संवाद अवश्य करें — चुप्पी नहीं, सुरक्षा संवाद है।
पाकिस्तान द्वारा हिंदू भाइयों की हत्या की निंदा करते हुए कहा कि — “भारत ने जवाब दिया, और सेना ने आतंकियों की कमर तोड़ दी। ऐसे जिहादी सोच वाले तत्वों से लड़ने के लिए हमें आत्मनिर्भर, आत्मरक्षित और सजग बनना होगा।” पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों के ख़िलाफ़ ” ऑपरेशन सिंदूर ” का नेतृत्व भारत की बहादुर बेटियां कर्नल सोफिया क़ुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने किया । भारत ने पूरे विश्व को अपनी ताक़त का एहसास कराया ।
यह आयोजन आत्म-सुरक्षा सेवा की पहल का हिस्सा था, जिसका उद्देश्य युवतियों और महिलाओं को आत्म-रक्षा, आत्म-बल और राष्ट्रप्रेम की भावना से प्रेरित करना है।