जबलपुर,
मध्य प्रदेश के जबलपुर में एआई-जेनरेटेड अश्लील वीडियो से महिलाओं को ब्लैकमेल करने का मामला सामने आया है. इस मामले की शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की. पुलिस का मानना है कि अब तक 50 से अधिक महिलाएं इस ठगी का शिकार हो चुकी हैं. इस मामले में आरोपी को पकड़ने के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है. आरोपी खुद को पुलिस अफसर बताकर महिलाओं को धमकी देता था और पैसों की डिमांड करता था.
एजेंसी के अनुसार, जबलपुर में कॉलेज छात्राओं से एआई-जेनरेटेड वीडियो के जरिए ब्लैकमेल किया जा रहा था. धमकी देकर उनसे पैसों की मांग की जा रही थी. इस मामले की शिकायत मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने SIT का गठन किया. इसे नगर पुलिस अधीक्षक (कोतवाली) आरके शिव लीड करेंगे. इसमें क्राइम ब्रांच, साइबर सेल और महिला थाने के अधिकारी शामिल होंगे.
पुलिस के अनुसार, यह मामला सितंबर के पहले सप्ताह में सामने आया था. उस समय सरकारी मानकुंवर बाई महिला कॉलेज प्रबंधन ने पुलिस को सूचना दी थी. इसमें कहा गया था कि आरोपी ने खुद को पुलिस अधिकारी विक्रम गोस्वामी बताकर छात्राओं को सोशल मीडिया पर अश्लील वीडियो शेयर करने के आरोप में कार्रवाई की धमकी दी और पैसे मांगे.
पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल करके अश्लील वीडियो तैयार करता है और उन्हें छात्राओं के मोबाइल पर भेजता है. इसके बाद वह उन्हें पुलिस केस में फंसाने और उनके माता-पिता को जानकारी देने की धमकी देता है और पैसे मांगता है.
आरोपी को छात्राओं के नंबर कहां से मिले? पुलिस कर रही जांच
अब तक दो छात्राओं ने आरोपी को 2000-3000 रुपये ट्रांसफर किए हैं. पुलिस इस बात का पता लगा रही है कि आरोपी को इन छात्राओं के नंबर कैसे मिले. इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि लगभग 50 महिलाएं इस घटना की शिकार हो सकती हैं, हालांकि अभी तक केवल तीन शिकायतें मिली हैं.इस घटना को लेकर जबलपुर में सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस दोनों ने विरोध प्रदर्शन किया है. पुलिस की कई टीमें आरोपी को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही हैं. आरोपी की जल्द गिरफ्तारी की बात कही जा रही है.