भोपाल l
अक्टूबर माह का 15 दिन का वेतन मिलने से नाराज निगम के सफाई कर्मचारियों ने शनिवार को निगम मुख्यालय का घेराव कर प्रदर्शन किया। वे जमकर नारेबाजी करते हुए निगम आयुक्त के कार्यालय तक पहुंच गए। जहां से उन्हें आगामी तीन दिन में बकाया भुगतान करने और जिन लोगों के पास एंड्रायड मोबाइल नहीं हैं उनकी हाजिरी रजिस्टर में दर्ज करने का आश्वासन मिला। इसके बाद वे कार्यालय के सामने पहुंचकर नारेबाजी करने लगे, उनकी मांग थी कि उन्हें स्थायी किया जाए। इस दौरान माता मंदिर चौराहे पर चक्काजाम की कोशिश की गई, लेकिन मौके पर पुलिस बल पहुंचा। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझाईश दी। तब जाकर यातायात बहाल हुआ।
निगम आयुक्त के साथ कर्मचारी नेता भी वेतन कटौती को लेकर चर्चा करने निगम मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने आयुक्त को समस्याओं से अवगत कराया। इस पर उन्होंने गंभीरता से विचार करने और सफाई कर्मियों का बकाया वेतन मंगलवार तक उनके खातों में पहुंचने का आश्वासन दिया। भेल क्षेत्र में भी सफाई कम्रचारियों ने कचरा ट्रांसफर स्टेशन के सामने एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन किया।

इधर सफाई कर्मियों ने कोलार में गेहूंखेड़ा स्थित निगम ऑफिस के बाहर नारेबाजी की। भारतीय सफाई मजदूर संघ के अध्यक्ष सोनू डागर ने बताया कि सफाईकर्मी वेतन पर ही आश्रित है। इससे उनके बच्चों के स्कूल की फीस, लोन आदि खर्चे पूरे होते हैं। आधी सैलरी में वे कुछ नहीं कर सकते। निगम को पूरे महीने की ही सैलरी देना थी।
महिलाएं बोलीं— कम वेतन मिलता है, उस पर कटौती अन्याय
वेतन काटे जाने से नाराज महिला सफाई कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें बेहद मामूली वेतन मिलता है। उसमें बच्चों की फीस, किराया, घर का भरण—पोषण करना भी मुश्किल होता है। ऐसे में 15 दिन का वेतन काट लिया गया है। यह अन्याय है। हम लोग शहर में सफाई व्यवस्था विपरीत परस्थितियों में जैसे बारिश, सर्दी, गर्मी में भी लगातार काम करते हैं। निगम को स्थायी कर्मचारी करना चाहिए।
कोलार में सफाई व्यवस्था हुई प्रभावित, हुआ प्रदर्शन
राजधानी के कई इलाकों में सफाई कर्मियों ने कचरा नहीं उठाया। इसका सबसे ज्यादा असर कोलार में देखने को मिला। यहां सुबह से ही वाहन निगम के कार्यालय में खड़े कर दिए। यहां कर्मचारियों ने नारेबाजी की।
सफाईकर्मियों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं— रविन्द्र साहू
हड़ताल पर बैठे सफाईकर्मियों के बीच कांग्रेस नेता रविंद्र साहू भी पहुंचे। उन्होंने उनकी समस्याओं को सुना और उन्हें यह भरोसा दिलाया कि उनकी आवाज़ को सरकार और प्रशासन तक मजबूती से पहुंचागया जाएगा। उन्होंने
बताया कि भोपाल को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने वाले यह सफाईकर्मी शहर की रीढ़ हैं। उन्होंने बताया कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो वे धरना—प्रदर्शन करेंगे।
अपशब्द कहने पर भड़क गए सफाई कर्मचारी
माता मंदिर निगम मुख्यालय के सामने सफाई कर्मचारियों द्वारा चक्काजाम करने के प्रयास के दौरान एक निगम के अधिकारी द्वारा अपशब्द कहने से वे भड़क गए और उक्त अधिकारी को घेर लिया। इसी दौरान मौके पर कुछ लोगों ने पहुंचकर मामले को शांत कराया।

