भोपाल ।
भोपाल में मेट्रो परियोजना तेजी से आगे बढ़ रही है और अब निर्माण कार्य दूसरे चरण में प्रवेश कर चुका है। इस चरण के दौरान शहर की यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए 24 नवंबर से 4 दिसंबर तक रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक ट्रैफिक डायवर्ट करने का निर्णय लिया गया है। भारी और हल्के वाहनों के लिए अलग-अलग रूट निर्धारित किए गए हैं ताकि निर्माण कार्य में बाधा न आए और यातायात भी सुचारू रूप से चलता रहे। कोलार चौराहा से लेकर लालघाटी रोड (बैरीसिया रोड) होते हुए डीआईजी कैंपस तक मेट्रो पिलर और गर्डर लॉन्चिंग का काम चलेगा। रात में चलने वाले भारी वाहनों को अन्य वैकल्पिक मार्गों पर भेजा जाएगा। हल्के वाहनों के लिए नया मार्ग हल्के वाहन — कार, बाइक, ऑटो आदि कोलार चौराहा , लालघाटी बायपास → बीएचईएल → डीआईजी → मुख्य सड़क के रास्ते होकर गुजरेंगे। इन वाहनों को निर्माण स्थल के पास से नहीं गुजरने दिया जाएगा। भारी वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग भारी वाहनों को
गुर्जर फार्म, बैरसिया रोड, लालघाटी, एयरपोर्ट रोड और करोंद क्षेत्र की ओर डायवर्ट किया जाएगा। उन्हें निर्माण क्षेत्र से दूर सुरक्षित मार्ग से भेजने की व्यवस्था की गई है।
यातायात पुलिस ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे इन 10 दिनों के दौरान निर्धारित मार्गों का पालन करें। पुलिस कर्मी रातभर तैनात रहेंगे और डायवर्जन स्थल पर साइन बोर्ड व बैरिकेड्स भी लगाए गए हैं। मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए जरूरी व्यवस्था मेट्रो कॉरिडोर पर पिलर निर्माण के बाद अब गर्डर लॉन्चिंग और ट्रैक सेटिंग का कार्य होना है। इसके लिए बड़े क्रेनों, भारी मशीनरी और बड़ी संख्या में कर्मचारियों की तैनाती आवश्यक है, इसलिए ट्रैफिक को डायवर्ट कर सुरक्षित कार्यक्षेत्र बनाया गया है।
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