30.8 C
London
Tuesday, July 1, 2025
Homeकॉर्पोरेटभारत की राह पर बढ़ा जापान, अमेरिकी प्रतिबंधों को दरकिनार कर रूस...

भारत की राह पर बढ़ा जापान, अमेरिकी प्रतिबंधों को दरकिनार कर रूस से खरीदने लगा तेल

Published on

कीव

यूक्रेन युद्ध के बाद से ही भारत सस्ती कीमत पर रूस से क्रूड ऑयल ले रहा है। अमेरिका और उसके सहयोगियों ने रूसी कच्चे तेल पर 60 डॉलर प्रति बैरल का एक कैप लगा रखा है। लेकिन अब अमेरिका के सबसे करीबी सहयोगियों में से एक जापान ने इस कैप से ज्यादा की कीमत पर रूस से तेल खरीदा है। जापान ने अमेरिका से कहा है कि वह उसे अपवाद माने, क्योंकि रूसी ऊर्जा तक पहुंच उसके लिए जरूरी है। यह रियायत जापान के जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता को दिखाता है।

जापान एक ऐसे समय में रूस से कच्चा तेल खरीद रहा है जब कई यूरोपीय देशों ने रूसी ईंधन पर अपनी निर्भरता कम कर दी है। जापान ने पिछले एक साल में रूसी प्राकृतिक गैस की खरीद बढ़ा दी है। G7 देशों में जापान ही इकलौता ऐसा देश है जो यूक्रेन को घातक हथियार नहीं दे रहा है। इसके अलावा प्राधनमंत्री फुमियो किशिदा G7 देशों में अंतिम नेता थे, जिन्होंने रूस के आक्रमण के बाद यूक्रेम का दौरा किया था। किशिदा ने हाल ही में कहा था कि इस बार का जी-7 शिखर सम्मेलन यूक्रेन के साथ एकजुटता प्रदर्शित करेगा।

यूक्रेन को समर्थन दे रहा जापान
जापान की ओर से लगातार कहा जाता रहा है कि वह यूक्रेन का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है। लेकिन जापान की तेल खरीद, जिसकी मात्रा बेहद छोटी है उसे अमेरिका ने अनुमति दी है। ये वैश्विक 60 डॉलर के कैप की एकता की कमजोरी दिखाता है। तेल पर लगे कैप की अगर बात कही जाए तो जिन जहाजों में ये लद कर आते हैं, उनके इंश्योरेंस ज्यादातर पश्चिमी देश करते हैं। G7, यूरोपीय संघ और ऑस्ट्रेलिया ने उन देशों को यह सुविधा देने से मना कर दिया है जो 60 डॉलर से ज्यादा की कीमत पर तेल खरीद रहे हैं।

जापान क्यों खरीद रहा तेल
रूस के सुदूर पूर्व में सखालिन-2 (Sakhalin-2) परियोजना चलती है, जो सखालिन द्वीप पर है। यहां जापान और रूस की कंपनियों ने प्राकृतिक गैस निकालने से जुड़ा समझौता किया हुआ है। वॉल स्ट्रीट जर्नल की खबर के मुताबिक जापान के अर्थव्यवस्था, व्यापार और उद्योग मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि हम सखालिन-2 के मुख्य उत्पाद यानी प्राकृति गैस तक पहुंच सुनिश्चित करना चाहते हैं, जिसे तरल बना कर जापान भेजा जाता है। उन्होंने कहा, ‘हमने जापान के लिए ऊर्जा की स्थिर आपूर्ति की दृष्टि से ऐसा किया है। गैस के तरलीकरण के लिए क्रूड ऑयल की जरूरत होती है, जिस कारण हमें यह लेना पड़ता है।’

Latest articles

भेल में प्रशासनिक फेरबदल 

भेलभेल भोपाल यूनिट में प्रशासनिक फेरबदल किया गया है l विभागों में फेरबदल...

Fatty Liver Causes: फैटी लीवर से बचना है तो इन चीज़ों से करें परहेज़ हकीम सुलेमान ख़ान के ख़ास नुस्ख़े

Fatty Liver Causes: लिवर की बीमारियों के पीछे सबसे बड़ा कारण हमारी खराब लाइफस्टाइल...

तेलंगाना BJP को बड़ा झटका विधायक टी राजा सिंह ने पार्टी से दिया इस्तीफ़ा, नेतृत्व विवाद की अटकलें तेज़

BJP : तेलंगाना में बीजेपी विधायक टी राजा सिंह ने पार्टी से इस्तीफ़ा दे...

More like this

8th Pay Commission:अब है 8वें वेतन आयोग की बारी हर 10 साल में बदलाव

8th Pay Commission:अब है 8वें वेतन आयोग की बारी हर 10 साल में बदलाव,भारत...

फ्री में चेक करें पीएफ बैलेंस, ईपीएफओ की मिस्डकॉल-एस एमएस सर्विस से मिनटों में दिखेगा कंट्रीब्यूशन और बैलेंस जाने

फ्री में चेक करें पीएफ बैलेंस, ईपीएफओ की मिस्डकॉल-एस एमएस सर्विस से मिनटों में...

FACING ISSUES WITH PF WITHDRAWAL: यदि आपको भी PF निकालने में आ रही है दिक्कत तो जानिए क्या करें

FACING ISSUES WITH PF WITHDRAWAL: लगभग सभी भारतीय कर्मचारियों का एक PF (प्रोविडेंट फंड)...