नई दिल्ली
वित्त वर्ष 2024 में भारतीय रिजर्व बैंक की पहली मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक (RBI MPC) जारी है रही है। तीन दिन तक चलने वाली यह बैठक 6 अप्रैल को खत्म होगी और उसी दिन रेपो रेट पर फैसला आएगा। उम्मीद है कि आरबीआई अपना आक्रामक रुख बरकरार रखेगा और ब्याज दरों में अच्छी-खासी बढ़ोतरी करेगा। हालांकि, कईयों का मानना है कि आरबीआई अपने रुख पर नरम पड़ सकता है। ऐसे में यह तो तय है कि इस बैठक में ब्याज दरों में बढ़ोतरी होगी। ऐसे में जल्द ही आपके लोन की ईएमआई (Loan EMI) में इजाफा हो सकता है। होम लोन, पर्सनल लोन, कार लोन सहित सभी तरह के लोन्स पर ब्याज दरें बढ़ जाएंगे। खुदरा महंगाई के 6% के संतोषजनक स्तर से ऊपर बने रहने और अमेरिकी फेडरल रिजर्व समेत कई केंद्रीय बैंकों के आक्रामक रुख के चलते आरबीआई ब्याज दरें बढ़ा सकता है।
6.50% पर पहुंच गई है रेपो रेट
महंगाई को रोकने के लिए आरबीआई मई, 2022 से लगातार नीतिगत ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर रहा है। रेपो दर 4 फीसदी से बढ़कर 6.50 फीसदी पर जा पहुंची है। फरवरी में हुई पिछली एमपीसी बैठक में भी रेपो दर में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी की गई थी। ऐसा भी कहा जा रहा है कि इस समीक्षा में होने वाली रेट हाइक आखिरी हो सकती है।
संतोषजनक स्तर से ऊपर है महंगाई दर
खुदरा महंगाई जनवरी में 6.52 फीसदी और फरवरी में 6.44 फीसदी पर रही थी। यह आरबीआई के 6 फीसदी के संतोषजनक स्तर से अधिक है। एक्सिस बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री सौगत भट्टाचार्य ने कहा कि रेपो रेट में आखिरी 0.25 फीसदी की वृद्धि की उम्मीद है।
कई पहलुओं को ध्यान में रखकर होगा फैसला
आरबीआई एमपीसी की बैठक में मौद्रिक नीति से जुड़े तमाम घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पहलुओं की व्यापक समीक्षा के बाद निर्णय लिया जाएगा। उच्च खुदरा महंगाई की स्थिति और विकसित देशों के केंद्रीय बैंकों- अमेरिकी फेडरल रिजर्व, यूरोपीय केंद्रीय बैंक एवं बैंक ऑफ इंग्लैंड के हालिया कदमों को भी ध्यान में रखा जाएगा।