कौशांबी
‘मौर्या हैं साहेब, हम अंधे हैं, दोनों आंखें खराब हैं, सौ परसेंट अंधे हैं, हमारे कागज देख लीजिए.. हमको कंबल चाहिए साहेब..’ ये शब्द हैं बुजुर्ग नेत्रहीन लवकुश मौर्या की जो सिराथू तहसील के समाधान दिवस पर पहुंचे थे। वह यहां तहसीलदार अनंत राम अग्रवाल से हाथ जोड़कर एक कंबल देने की गुहार लगा रहे थे। तहसीलदार ने कहा कंबल ना होने की बात कही। ये वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो प्रशासन हरकत में आ गया। अब लेखपाल के माध्यम से बुजुर्ग को कंबल पहुंचा दिया गया है।
बुजुर्ग लवकुश मौर्य ने बताया कि वह तहसील में कंबल मांगने के लिए गए थे। अधिकारी ने कंबल नहीं होने की बात कही थी। वह काफी देर तक हाथ जोड़े खड़े रहे, लेकिन कंबल नहीं मिला। अब लेखपाल ने उनके घर आकर दो कंबल दिए हैं। दूसरी ओर, तहसीलदार अनंतराम अग्रवाल का कहना है कि जिस समय लवकुश मौर्य कंबल मांगने आए थे, कंबल खत्म हो गए थे। जैसे ही कंबल का स्टॉक आया, लेखपाल के माध्यम से उनको कंबल पहुंचा दिया गया है।
सरकारी कर्मचारियों को कोस रहे लोग
इससे पहले लवकुश मौर्य का जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, उसे शेयर कर लोग सरकारी कर्मचारियों को कोसते दिख रहे हैं। इस वीडियो में लवकुश मौर्य कह रहे हैं कि ठंड के कारण वह पहले कंबल लेने आने की हिम्मत नहीं जुटा पाए थे। एक आदमी ने उनको कोट और स्वेटर दिया, जिसे वे पहनते हैं। मौर्य बार-बार कहते रहे कि ठंड की वजह से वह बहुत परेशान हैं, लेकिन तहसीलदार साहब कंबल आने की बात कहते रहे।