अंकारा
रेसेप तैयप एर्दोगन के नेतृत्व में तुर्की में खुलेआम काम करने वाले प्रतिबंधित आतंकवादी समूह हिज्ब-उत-तहरीर (HuT) ने पाकिस्तानी सेना की प्रशंसा करते हुए एक बयान जारी किया है। अपने बयान में हिज्ब-उत-तहरीर ने भारत के खिलाफ जमकर जहर उगला है। इस कुख्यात आतंकवादी समूह ने अमेरिका के भारत को एफ-35 लड़ाकू विमान बेचने के ऑफर पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। इसके अलावा उसने भारत के परमाणु बमों को लेकर भी बयानबाजी की है।
तुर्की से आपरेट होता है हिज्ब-उत-तहरीर
RESONANT NEWS की रिपोर्ट के अनुसार, हिज्ब-उत-तहरीर ने अपने बयान में पाकिस्तान के लाहौर का पता बताया है, जबकि उसने बयान तुर्की में दिया है। यह आतंकवादी समूह कई देशों से ऑपरेट होता है। इसमें पाकिस्तान और तुर्की अहम हैं। इन दोनों देशों में हिज्ब-उत-तहरीर को सरकारी संरक्षण प्राप्त है। इस समूह के शीर्ष आतंकियों को पुलिस सुरक्षा मिली हुई है। इसके अलावा इन देशों में सरकार की तरफ से आर्थिक मदद भी दी जा रही है।
अमेरिका की क्यों की आलोचना
अपने नवीनतम बयान में हिज्ब-उत-तहरीर ने कहा है कि “अमेरिका ने पाकिस्तान में एक सैन्य कार्यक्रम का समर्थन करने के लिए 397 मिलियन डॉलर की धनराशि जारी की है, जिसके पास परमाणु हथियार हैं। कांग्रेस के एक अधिकारी ने इस बात पर ज़ोर दिया कि अमेरिका निर्मित F-16 लड़ाकू विमानों के इस्तेमाल पर सख्त नियंत्रण है और इसे केवल आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए ही अनुमति दी जाती है, जबकि भारत के खिलाफ़ इसका इस्तेमाल प्रतिबंधित है।”
भारत-अमेरिका F-35 डील पर उगला जहर
उसने आगे कहा, “दूसरी ओर, ट्रंप प्रशासन ने हिंदू राज्य को बिना किसी शर्त के अपने सबसे उन्नत लड़ाकू विमान F-35 को बेचने की पेशकश की। इसके अलावा, अमेरिका ने अक्टूबर 2023, सितंबर 2024 और दिसंबर 2024 में पाकिस्तान के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों में शामिल कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए। दूसरी ओर, अमेरिका ने हिंदू राज्य को परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में एक विशेष विशेषाधिकार दिया।”
भारत में हिज्ब-उत-तहरीर के खिलाफ कार्रवाई
फरवरी में भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने हिज्ब-उत-तहरीर के खिलाफ कार्रवाई की थी। पिछले साल चेन्नई में पुलिस ने सोशल मीडिया पर भारत विरोधी दुष्प्रचार करने के आरोप में छह लोगों को गिरफ्तार किया था। एनआई में अगस्त में इस मामले की जांच अपने हाथों में ले ली थी। गिरफ्तार किए गए लोगों में अजीज अहमद उर्फ जलील अजीज अहमद को तमिलनाडु हिज्ब-उत-तहरीर के नेता फैजुल रहमान के साथ गिरफ्तार किया गया था।
हिज्ब-उत-तहरीर का पाकिस्तान कनेक्शन
हिज्ब-उत-तहरीर का मुख्य संरक्षक पाकिस्तान है। वह पाकिस्तान की सैन्य सहायता के दम पर कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देता है। इसमें कश्मीर में सुरक्षाबलों के खिलाफ हमले करने और युवाओं को भड़काने जैसे आपराधिक काम प्रमुख हैं। वह युवाओं को कट्टरपंथी बनाने में भी सक्रिय रूप से शामिल है। वह पाकिस्तानी सेना के इशारों पर कश्मीर में हिंसक वारदातें करता है।